Last Updated: Tuesday, July 17, 2012, 12:14

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: चीन एक बार फिर भारत को दक्षिण चीन सागर विवाद में घसीटने की कोशिश कर रहा है। ताजा मामले में चीन ने एक वियतनामी पेट्रोलियम ब्लॉक की नीलामी का ऐलान कर दिया है जबकि इस ब्लॉक में भारतीय तेल कंपनी तेल की खोज कर रही है।
लेकिन चीन के इस कदम से भारत नए राजनयिक विवाद में फंसता नजर आ रहा है। विवाद की जड़ में दक्षिण चीन सागर का ब्लॉक नंबर 128 है। इसका ठेका भारतीय कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड यानी ओवीएल के नाम है। 128 नंबर ब्लॉक समेत कुल 9 ब्लॉक को चीन के चाइना ऑफशोर ऑयल कॉरपोरेशन ने अंतरराष्ट्रीय नीलामी के लिए सामने रखा है।
कुछ महीने पहले ओवीएल ने तेल न मिलने की वजह से ब्लॉक नंबर 128 में तेल खोजने का काम ठेका खत्म होने की वजह से बंद कर दिया था। लेकिन पेट्रोवियतनाम ने ओवीएल के साथ दो साल का ठेका फिर कर लिया, जिसके बाद से इस ब्लॉक में तेल खोजने का काम फिर शुरू हुआ था।
दरअसल, वियतनाम चाहता है कि भारत इस पेट्रोलियम ब्लॉक से न हटे और तेल की खोज का काम जारी रखे। अब भारत सरकार को इस मुद्दे पर अपनी राजनयिक स्थिति साफ करनी है।
चीन दक्षिणी चीन सागर पर इतिहास का हवाला देकर अपना दावा पेश करता रहा है। उसका कहना है कि इस समुद्र पर सिर्फ उसका हक है। दक्षिनी चीन सागर में पेट्रोल का बहुत बड़ा भंडार है जिसे चीन हड़पना चाहता है। इसलिए वह बार बार अपनी नई हेकड़ी के जरिए विवाद खड़ा करता है।
First Published: Tuesday, July 17, 2012, 12:14