Last Updated: Monday, July 30, 2012, 23:30
बीजिंग : दिग्गज भारतीय राजनयिक पास्कल एलेन नजारेथ द्वारा महात्मा गांधी के असाधारण नेतृत्व के गुणों पर लिखी गई पुस्तक का मॅंडारिन भाषा में संस्करण जल्दी ही चीन के बाजार में दिखेगा । हिंसा और आतंकवाद से जूझ रही आज की दुनिया के लिए इस पुस्तक का बहुत महत्व है ।
नजारेथ की पुस्तक ‘गांधीज आउटस्टैंडिंग लीडरशिप’ का मॅंडारिन संस्करण ऐसा वक्त में चीन में प्रकाशित हो रहा है जब चीनी बुद्धिजीवियों की नयी पीढ़ी चेयरमैन माओ त्से तुंग के क्रांतिकारी विचारों से प्रभावित होने के बावजूद गांधीवादी सिद्धांतों में दिलचस्पी ले रही है ।
इस सम्बन्ध में भारत के राजदूत एस. जयशंकर और ‘कॉमर्शियल प्रेस चाइना’ के सीईओ यू दिआन्ली ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किया ।
नजारेथ ने महात्मा गांधी पर कई पुस्तकें लिखी हैं । वर्ष 2006 में प्रकाशित गांधी के नेतृत्व पर इस पुस्तक का अनुवाद कई भारतीय भाषाओं के अलावा स्पेनी और पुर्तगाली समेत में हो चुका है ।
मॅंडारिन भाषा में प्रकाशित होने वाली गांधी पर यह दूसरी पुस्तक है । यह अगले वर्ष बाजार में आएगी । अमेरिकी पत्रकार विलियम एल. शिरर की पुस्तक ‘द गांधी मेमोरी’ हाल ही में बाजार में आयी है ।
नजारेथ की पुस्तक पर जयशंकर ने कहा कि इस पुस्तक के मॅंडारिन संस्करण का प्रकाशन सही समय पर हो रहा है। यह समन्वय और सहयोजन की ‘साफ्ट पावर की महत्ता को बढ़ाएगी और दमन के आधार पर टिकने वाली ‘हार्ड पावर’ की सीमाबद्धताओं को उजागर करेगी । उन्होंने कहा कि पुस्तक में विकास, आधुनिकीकरण और पश्चिमीकरण के बीच के अंतर, नेतृत्व में नैतिकता की भूमिका और कैसे राष्ट्रीय नेताओं ने वैश्विक प्रासंगिकता को पाया आदि बातों को प्राथमिकता दी गई है ।
पुस्तक का अनुवाद करने वाले ‘साउथ चाइना नार्मल यूनिवर्सिटी’ के इतिहास के प्रोफेसर शांग छूआनयू ने कहा कि यह दिशा दिखाने वाला है क्योंकि यह दुर्लभ पुस्तक है जो गांधी के नेतृत्व के गुणों को दिखाता है, नेतृत्व पर महात्मा के विचारों को प्रदर्शित करता है जिसका आज के विश्व में बहुत ज्यादा महत्व है । (एजेंसी)
First Published: Monday, July 30, 2012, 23:30