Last Updated: Thursday, November 8, 2012, 09:57

बीजिंग : चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी अमीरी-गरीबी के बढ़ते अंतर, भ्रष्टाचार, और पार्टी में सत्ता के केंद्रीकरण पर बढ़ती जन चिंताओं के बीच विश्व के इस सबसे बड़ी जनसंख्या वाले राष्ट्र की अगुवाई के लिए नया नेतृत्व नियुक्त करने जा रही है।
उधर, चीन के उपराष्ट्रपति शी जिनपिंग को निवर्तमान राष्ट्रपति हू जिंताओ का उत्तराधिकारी बनाए जाने की वस्तुत: पुष्टि कर दी गई है। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की गुरुवार से होने वाली बैठक से पहले तैयारी बैठक में उन्हें औपचारिक तौर पर महासचिव नियुक्त किया गया। कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस के प्रवक्ता कै मिंगझाओ ने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के 18वें राष्ट्रीय कांग्रेस की तैयारी बैठक में शी को पांच वर्षों के लिए महासचिव नियुक्त किया गया।
नए नेता चुनने वाली अठारहवीं कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस कल से यहां होने जा रही है। यह कांग्रेस ऐसे समय में होने जा रही है जब अमेरिका में सत्ता के शीर्ष के लिए कड़ा मुकाबला हुआ है और यह यह दोनों देशों की प्रणालियों के बीच घोर अंतर का परिचायक है। विश्लेषकों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है कि कि नेतृत्व में पीढ़ीगत बदलाव के प्रतीक समझे जाने वाली कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस की बैठक अमेरिकी चुनावों के समय हो रही है।
सोलहवीं कांग्रेस भी नवंबर में हुई थी जब निवर्तमान राष्ट्रपति हू जिंताओ ने सत्ता की कमान संभाली थी। लेकिन चीन ने पिछले दस सालों में थोड़ा और खुला भी। दरअसल ऐसी अटकलें थी कि कांग्रेस अक्टूबर में ही होगी ताकि उसका समय और अमेरिकी चुनाव का समय साथ न हो। लेकिन बो जिलाई घोटाला और उनकी पत्नी तथा कई अधिकारियों को दोषी सिद्ध करने की कानूनी प्रक्रिया और कई अन्य बातों की वजह से नेतृत्व परिवर्तन का प्रक्रिया थोड़ी आगे बढ़ गई।
आधिकारिक अनुमानों के अनुसार उपराष्ट्रपति जी जिनपिंग और उपप्रधानमंत्री ली केकियांग कांग्रेस से बहुत पहले ही हू और प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के उत्तराधिकारी चुन लिए गए है। इस कांग्रेस में 2270 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। चीनी अधिकारियों ने कहा कि यह निरंतरता एवं स्थायित्व की प्रक्रिया का प्रतीक है। आशा की जा रही है कि यह कांग्रेस सप्ताहभर चलेगी जिसके अंतम में सात या नौ सदस्यीय स्थायी समिति, पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति के नये नेताओं की घोषणा की जाएगी।
कांग्रेस से पहले सरकारी मीडिया ने एक जनमत सर्वेक्षण प्रकाशित कर कहा कि अमीरों और गरीबों के बीच बढ़ती खाई चीनी जनता के लिए बहुत बड़ी चिंता है। देश में सन् 1949 से कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है।
गौर हो कि शीर्ष स्तर के चीनी नेता दस वर्षों के कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त होते हैं। बिना किसी बाधा के सत्ता हस्तांतरण होने की उम्मीद है क्योंकि कट्टरपंथी बो जिलाई को एमआई 6 के कथित जासूस नील हेवुड की हत्या के सिलसिले में पार्टी से बख्रास्त कर दिया गया है।
बो फिलहाल मुकदमा चलने का इंतजार कर रहे हैं वहीं उनकी पत्नी गू कैलाई को हत्या के सिलसिले में निलंबित मौत की सजा दी जा चुकी है। कै ने कहा कि पार्टी के सिद्धांतों से संबंधित विभिन्न नीतियों पर विचार-विमर्श होगा। साथ ही देश के सामाजिक एवं आर्थिक विकास पर भी चर्चा होगी।
First Published: Thursday, November 8, 2012, 09:57