Last Updated: Saturday, October 20, 2012, 17:19

बीजिंग : भारत और चीन के बीच युद्ध के 50 साल बाद चीनी मीडिया ने आज सकारात्मक रूख अपनाते हुए कहा कि दोनों देशों ने ‘विस्तृत रणनीतिक साझेदारी’ के लिए लंबी दूरी तय की है। चीनी मीडिया ने भारत और चीन के संबंधों पर दुर्लभ टिप्पणी करते हुए कहा कि युद्ध को पीछे छोड़ देना चाहिए और दोनों देशों ने अनसुलझे सीमा विवादों के कारण पैदा मतभेदों के बावजूद प्रगति हासिल की है।
चीनी मीडिया ने चेताया कि अमेरिकी और पश्चिमी मीडिया दो ताकतवर एशियाई देशों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि दोनों पडोसी देश गतिरोध की दिशा में आगे बढ़ जाएं।
‘भारत-चीन रिश्तों में विसंगति किसने पैदा की’ :हू सोस डिसकोर्ड इन इंडिया चाइना रिलेशंस: शीषर्क लेख में शंघाई के अखबार ‘लिबरेशन डेली’ ने भारत और चीन के बीच मजबूत रिश्तों के बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण का हवाला दिया।
आज 1962 के भारत चीन युद्ध के 50 साल पूरे होने पर इस प्रभावशाली अखबार ने कहा कि भारत किसी भी ‘चीन विरोधी क्रियाकलाप’ के लिए अपने क्षेत्र के उपयोग की अनुमति नहीं दे रहा है और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र को चीन के अधिकार क्षेत्र में मानता है, ये सकारात्मक संकेत हैं।
भारतीय मीडिया में युद्ध के 50 साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर ‘युद्ध को पीछे छोड़ा जाए’ के आह्वान वाले लेखों के संदर्भ में कहा गया कि चीन के साथ बेहतर रिश्तों के लिए भारतीय नेतृत्व द्वारा अपनाया गया विवेकपूर्ण रूख सराहनीय है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 20, 2012, 14:26