Last Updated: Saturday, March 16, 2013, 19:19

बीजिंग : चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने शनिवार को अपने नये मंत्रिमंडल की घोषणा की जिसमें देश के लंबे समय से विदेश मंत्री रहे यांग जिइची को चीन की ओर से भारत-चीन सीमा विवाद में मुख्य वार्ताकार नियुक्त किया गया है जबकि उनकी जगह पर एक वरिष्ठ राजनयिक वांग यी को देश का नया विदेश मंत्री बनाया गया है।
यांग ने भारत-चीन सीमा विवाद पर पिछले एक दशक से वरिष्ठ चीनी मुख्य वार्ताकार दाई बिग्गूओ की जगह ली है।
तीन हजार सदस्यों वाले नेशनल पीपुल्स कांफ्रेंस (एनपीसी) ने आज चार नए उप प्रधानमंत्रियों, पांच स्टेट काउंसलरों और 25 मंत्रियों की नियुक्ति को अपनी स्वीकृति दे दी है। स्टेट काउंसलर की रैंक कैबिनेट मंत्री से उपर होती है।
पिछले छह साल से विदेश मंत्री यांग (62) को स्टेट काउंसलर नियुक्त किया गया है और उन्होंने दाई (71) की जगह ली है। स्टेट काउंसलर बनने के साथ ही वह विदेश मंत्रालय में शीर्ष अधिकारी बन गये हैं।
चीनी व्यवस्था के मुताबिक स्टेट काउंसलर की रैंक विदेश मंत्री से ऊपर होती है।
पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ के काफी विश्वसनीय माने जाने वाले दाई सेवानिवृत्त हो गये हैं। अधिकारियों ने कहा कि अब से चीन-भारत सीमा वार्ता में यांग चीन की ओर से विशेष प्रतिनिधि होंगे जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन के साथ होगी। दोनों पक्ष अब तक 15 दौर की बातचीत कर चुके हैं।
दाई अपने कार्यकाल के दौरान पिछले एक दशक में चार शीर्ष भारतीय अधिकारियों ब्रजेश मिश्रा, जे एन दीक्षित, एम के नारायणन और मेनन के साथ सीमा विवाद और संबंधों को सामान्य बनाने पर बातचीत कर चुके हैं जिसमें हाल के दौर में तेजी आई है।
एशियाई मामलों के विशेषज्ञ वरिष्ठ राजनयिक वांग की नियुक्ति काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि वह हाल तक जापान में चीन के राजदूत रह चुके हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 16, 2013, 19:19