चीन में नेतृत्व से हटे हू जिंताओ और वेन जियाबाओ

चीन में नेतृत्व से हटे हू जिंताओ और वेन जियाबाओ

चीन में नेतृत्व से हटे हू जिंताओ और वेन जियाबाओबीजिंग : चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ और प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ 10 साल तक शासन चलाने के बाद देश की सत्तारुढ़ ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ के शीर्ष नेतृत्व से हट गए हैं। वहीं, नए नेताओं के रूप में शी जिनपिंग सहित नई पीढ़ी के नेताओं के चयन के साथ आज 18वीं पार्टी कांग्रेस संपन्न हो गई। जिनपिंग को गुरुवार को नया राष्ट्रपति घोषित किए जाने की संभावना है।

हफ्ते भर से यहां चल रही 18वीं पार्टी कांग्रेस के समापन भाषण में हू ने कहा, ‘कांग्रेस ने पार्टी की नई केंद्रीय समिति का चयन किया है और पुराने नेताओं के स्थान पर नई पीढ़ी के नेताओं को लाया गया है।’ पिछले दशक में चीन-भारत संबंधों में आए सुधार का श्रेय जिंताओ को दिया गया है। उम्मीदों के मुताबिक शी (59) और आधिकारिक रूप से वेन के उत्तराधिकारी के रूप में देखे जा रहे ली क्विंग (57) तथा कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को नई केंद्रीय समिति में चुना गया है। इनमें एकमात्र महिला लीयू यांगदोंग भी शामिल हैं।

नई केंद्रीय समिति गुरुवार को 25 सदस्यीय पोलित ब्यूरो का चयन करेगी। इसके बाद पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के सदस्यों को चुनेगा। हालांकि इसके सदस्यों के नाम का अभी तक खुलासा नहीं किया गया है। निवर्तमान स्थायी समिति में हू और वेन सहित नौ सदस्य थे। हू और वेन कल पार्टी में अपने-अपने पदों को छोड़ देंगे लेकिन ये दोनों नेता क्रमश: चीनी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पद पर अगले साल मार्च तक बने रहेंगे।

कट्टरपंथी माओवादी नेता बो शिलाई के समर्थकों को निकाले जाने के बाद चीन की 92 साल पुरानी कम्युनिस्ट पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन में दिक्कतें पेश नहीं आई। ब्रिटिश नागरिक नील हेवुड की हत्या में बो की पत्नी की संलिप्तता के चलते उनके :बो के: खिलाफ पार्टी ने अनुशानात्मक कार्रवाई की थी। हेवुड को ब्रिटेन की खुफिया सेवा एमआई 6 का एजेंट बताया जा रहा है। बो फिलहाल मुकदमे का सामना कर रहे हैं। उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है। बो ने माओवादी विचारधारा को पुनर्जीवित करने की पुरजोर कवायद की थी। उन्होंने अमीर गरीब के बीच बढ़ती खाई का मुद्दा उठाया था। वह कुछ महीने पहले तक स्थायी समिति में शामिल होने की दौड़ में प्रबल दावेदार थे। इस हत्याकांड ने पार्टी को हिला कर दिया था।

सीपीसी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में 2,307 प्रतिनिधियों और विशेष आमंत्रित प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसका आयोजन बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में किया गया था। इसमें प्रतिनिधियों ने सीपीसी के संविधान संशोधन से संबंधित मामलों पर प्रस्ताव पारित किए। केन्द्रीय समिति सीपीसी का शीर्ष संगठन है और इसके ज्यादातर सदस्य पार्टी, सरकार या सेना के वरिष्ठ लोग होते हैं। इस समिति में 370 से ज्यादा सदस्य हैं।

सीपीसी वर्ष 1949 में पीपुल्स रिपब्लिक के गठन के बाद से ही चीन में शासन कर रही है। सीपीसी दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टियों में एक है। केन्द्रीय समिति की बैठक प्रतिवर्ष होती है जिसमें बड़े नीतिगत निर्णय लिए जाते हैं। इस बात की पूरी संभावना है कि शी मार्च 2013 से चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ की जगह लेंगे। शी सीपीसी के 17वीं केन्द्रीय समिति के पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य, उपराष्ट्रपति और सीपीसी सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष हैं।

ली भी सीपीसी के 17वीं केन्द्रीय समिति के पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य और उप प्रधानमंत्री हैं। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ की खबर के अनुसार, समापन समारोह के दौरान चीन के शीर्ष नेता मौजूद थे। चीन के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव दस वर्ष में एक बार होता है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 14, 2012, 20:07

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