Last Updated: Tuesday, April 17, 2012, 12:55
होनोलुलु (हवाई) : दलाई लामा ने कहा है कि उन्हें चीन और तिब्बत में राजनीतिक सुधार के संकेत दिखाई दे रहे हैं और इससे एक और सांस्कृतिक क्रांति के टलने की उम्मीद बंधी है।
हालांकि निर्वासित तिब्बती आध्यात्मिक नेता ने यह भी चेतावनी दी है कि अभी भी चीन के कब्जे वाले तिब्बत क्षेत्र में ‘बंदूक के पुजारी’ मौजूद हैं जहां मार्च 2011 के बाद से कई बौद्ध भिक्षु और नन आत्मदाह कर चुके हैं।
अमेरिकी यात्रा में जाने से पहले उन्होंने हवाई में कहा, उसी सांस्कृतिक क्रांति के आसार हैं जिसके कारण 2008 में की संकट उत्पन्न हुआ था जब सैकड़ों लोग मारे गये थे अथवा विस्थापित हो गये थे। उन्होंने कहा, कि अब समय आ गया है कि जब चीनी प्राधिकार को तिब्बतियों के विरोध के कारण की जांच करनी चाहिये ।
दलाई लामा ने कहा, तिब्बत में चीन का स्थानीय (चीनी) प्राधिकार (तिब्बत में) बंदूक के पुजारी हैं। एक बार चीन के प्रमुख माओत्से तुंग ने कहा था कि ताकत बंदूक की नली से निकलती है। दुख की बात है कि अभी भी कुछ कट्टरपंथी ऐसा मानते हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले माह चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ के बयानों से कुछ उम्मीद भरे संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा था कि चीन के पास आर्थिक और राजनीतिक सुधार के अलावा कोई विकल्प नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 17, 2012, 18:25