Last Updated: Wednesday, February 6, 2013, 19:28
बीजिंग : पड़ोसी देशों के साथ सीमा संबंधी विवाद के बीच चीन के सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेता शी चिनफिंग ने सैन्य अड्डों का राष्ट्रव्यापी दौरा पूरा कर लिया है। तीन महीने पहले उनका नेता के रूप में चयन किया गया था।
बीते साल नवंबर में सीपीसी की कांग्रेस में चिनफिंग को पार्टी का नया महासचिव चुना गया था। उन्होंने हू जिंताओ का स्थान लिया है। वह दुनिया की सबसे बड़ी सेना पीएलए के प्रमुख बन गए हैं। पीएलए में 23 लाख कर्मी हैं।
सीपीसी महासचिव चुने जाने के तत्काल बाद उन्होंने केंद्रीय सैन्य आयोग के प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाल ली थी। यह आयोग सेना के सभी अंगों पर नियंत्रण रखता है। वह अगले महीने राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
पार्टी को नए सिरे से गठित करने और प्रांतीय प्रमुखों की नियुक्ति करने के साथ ही चिनफिंग ने सभी शीर्ष सैन्य अड्डों का दौरा किया। इन सैन्य अड्डों पर उन्होंने अधिकारियों और सैनिकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पीएलए के जवानों के कौशल को बढ़ाने पर जोर दिया।
चिनफिंग ने बीजिंग में पुलिस मुख्यालय का भी जायजा लिया था। इसके अलावा वह गुगांगझोउ सैन्य क्षेत्र में पीएलएल के अड्डे पर गए थे। उनका यह दौरा बीते साल नवंबर की सीपीसी की कांग्रेस की भावना के अनुरूप है, जहां चीन को बड़ी समुद्री ताकत के रूप में स्थापित करने पर जोर दिया गया था।
चिनफिंग ने कहा, ‘‘इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पीएलए के पास मजबूत वायुसेना और नौसेना का होना जरूरी है। इसके पास लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम हथियारों की भी जरूरत है।’’ चीन के कई देशों के साथ सीमा संबंधी विवाद हैं। फिलहाल जापान के साथ खासा तनाव है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 6, 2013, 19:28