Last Updated: Monday, November 12, 2012, 13:29

बीजिंग : निवर्तमान राष्ट्रपति हू जिनताओ द्वारा सेना प्रमुख के सर्वाधिक शक्तिशाली पद समेत सभी पदों से इस्तीफा देने का फैसला किए जाने संबंधी रिपोर्टों के बाद चीन के नए नेता शी जिनपिंग के सर्वाधिक शक्तिशाली नेता बनकर उभरेंगे।
मौजूदा उप राष्ट्रपति 59 वर्षीय शी को इस समय जारी 18वीं कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस के समापन के समय 14 नवंबर को औपचारिक रूप से सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव नियुक्त किया जाएगा।
ऐसी अटकलें आ रही हैं कि हू ने पार्टी कांग्रेस के समापन पर सेना प्रमुख के अपने पद से इस्तीफा दिए जाने का फैसला किया है। हांगकांग से प्रकाशित ‘साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट’ ने अधिकारियों के हवाले से यह खबर दी है।
हू द्वारा पूर्ण रूप से सेवानिवृत्ति लिए जाने की संभावनाओं ने विश्लेषकों को हैरान कर दिया है क्योंकि ऐसी उम्मीदें थीं कि वह सेंट्रल मिल्रिटी कमीशन के अध्यक्ष का शीर्ष पद अपने पास रखेंगे। 57 वर्षीय उप प्रधानमंत्री ली केछियांग को प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ का उत्तराधिकारी माना जा रहा है। सेंट्रल मिल्रिटी कमीशन 23 लाख की संख्या वाली सशक्त सेना के सभी पहलुओं पर निगरानी रखता है। शी इस समय इसके उपाध्यक्ष हैं।
अगले माह 70 साल के होने जा रहे हू तकनीकी रूप से 14 नवंबर को पार्टी कांग्रेस की समाप्ति के बाद पार्टी प्रमुख पद और राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देंगे। लेकिन औपचारिक रूप से सत्ता हस्तांतरण अगले साल के शुरुआत में होगा। हू के पार्टी और सेना से पूर्ण विदायी को भारत में गंभीरता से देखा जा रहा है क्योंकि उन्हें माओ त्से तुंग के बाद ऐसे चीनी नेताओं में गिना जाता है जिन्होंने भारत के साथ संबंधों को संतुलित किया और चीन की पाकिस्तान समर्थक विदेश नीति में ‘रणनीतिक संतुलन’ बनाया।
उन्हें चीन-भारत संबंधों को नई दिशा देने और 1962 के युद्ध से हुए नुकसान की भरपाई की दिशा में कदम उठाए जाने के लिए जाना जाता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 12, 2012, 12:16