चीनी घुसपैठ पर खुर्शीद ने कहा, `एक स्वर में आवाज बुलंद करने का समय है`

चीनी घुसपैठ पर खुर्शीद ने कहा, `एक स्वर में आवाज बुलंद करने का समय है`

चीनी घुसपैठ पर खुर्शीद ने कहा, `एक स्वर में आवाज बुलंद करने का समय है`मोस्को : चीनी घुसपैठ से निबटने को लेकर विपक्ष के केन्द्र सरकार पर हमले के बीच विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने आज कहा कि यह अपना महत्व जताने का नहीं बल्कि एक स्वर में आवाज बुलंद करने का समय है। खुर्शीद ने लद्दाख की देपसांग घाटी में चीनी घुसपैठ को लेकर विपक्ष के हंगामे के बारे में पूछे जाने पर यहां कहा, ‘‘राष्ट्र को साफ संकेत देना चाहिए कि हम एक स्वर में बोलते हैं। यह अपना महत्व दिखाने का समय नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार वह करेगी जो राष्ट्र हित में सर्वश्रेष्ठ है और ‘मुझे लगता है कि हमें कुछ भी जरूरत से ज्यादा नहीं बोलना चाहिए।’ खुर्शीद ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी बहुत सारी चीजें हैं जिन्हें जब यह पार्टी सत्ता में थी उसे नहीं करना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि उन्हें बस से पाकिस्तान नहीं जाना चाहिए था। मुझे नहीं लगता कि हमें इस तरह से विदेश नीति से निबटना चाहिए। भाजपा ने कल मांग की थी कि खुर्शीद को चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर नौ मई को चीन की यात्रा को रदद करना चाहिए। भाजपा ने इसे ‘स्थानीय समस्या’ बताने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी निंदा की थी। इस पर सरकार ने कहा था कि भारत इस मुद्दे से रचनात्मक तरीके से निबटने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा है।

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कल कहा था कि खुर्शीद को पूर्वी लद्दाख में देपसांग घाटी से चीन के सैनिकों के हटने तक चीन की यात्रा नहीं करनी चाहिए जबकि पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री की टिप्पणी से ऐसा प्रतीत होता है कि संप्रग सरकार चीनी घुसपैठ के मामले को ‘कोई मुद्दा नहीं’ मानकर व्यवहार कर रही है। (एजेंसी)

First Published: Monday, April 29, 2013, 21:15

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