Last Updated: Tuesday, January 17, 2012, 09:29
इस्लामाबाद : पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने एक अवमानना नोटिस का जवाब देने में असफल रहे पाकिस्तानी राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी और वकील बाबर एवान का लाइसेंस निरस्त कर दिया। कई बड़े मामलों में सरकारी वकील के तौर पर काम कर रहे एवान पूर्व में कानून मंत्री भी रहे हैं।
11 सदस्यीय न्यायाधीशों की खंडपीठ के प्रमुख और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी ने एवान का लाइसेंस तब रद्द कर दिया जब वह मंगलवार सुबह पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को दी गई मौत की सजा की समीक्षा के मामले में अदालत आए थे।
खंडपीठ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के प्रति एवान का व्यवहार ‘अनुपयुक्त’ है। वह अदालत की अवमानना नोटिस का जवाब देने में असफल रहे जिसकी वजह से उनके खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है।
पिछले साल एवान ने जुल्फिकार अली भुट्टो को दी गयी सजा की समीक्षा मामले में सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। पहले भी वह कई मौकों पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां और उनके आदेशों की आलोचना कर चुके हैं जिससे उनसे सुप्रीम कोर्ट कई बार नाराज हुआ।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 17, 2012, 14:59