जरदारी के खिलाफ खुलेंगे भ्रष्‍टाचार के मामले

जरदारी के खिलाफ खुलेंगे भ्रष्‍टाचार के मामले

जरदारी के खिलाफ खुलेंगे भ्रष्‍टाचार के मामलेज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश (एनआरओ) को लागू करने से सम्बंधित एक मामले में मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय में पेश हुए।

न्यायालय ने पिछले महीने उन्हें राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से खोलने के उद्देश्य से स्विस अधिकारियों को पत्र लिखने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया था। पाक सुप्रीम कोर्ट में परवेज अशरफ ने आज कहा कि जरदारी के खिलाफ भ्रष्‍टाचार के मामले को फिर से खोला जाएगा। यानी जरदारी के खिलाफ अब भ्रष्‍टाचार के केस फिर से खुलेंगे। पीएम ने यह भी कहा कि प्रशासन को भी इस बारे में निर्देश दिए गए। वहीं, पीएम को अब सुनवाई के लिए नहीं आना होगा। इस मामले की अगली सुनवाई अब 25 सितंबर को होगी।

पाक के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय में कहा कि सरकार ने उस पत्र को वापस लेने का निर्णय लिया है, जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के कार्यकाल के दौरान आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले बंद करने के लिए स्विस प्रशासन को भेजा गया था।

अशरफ ने कहा कि सरकार ने पूर्व महान्यायवादी मलिक कय्यूम का पत्र वापस लेने का निर्णय लिया है, जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति मुशर्रफ के कार्यकाल के दौरान स्विस प्रशासन को लिखा गया था।

प्रधानमंत्री अशरफ मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय में पेश हुए। न्यायालय ने पिछले महीने (27 अगस्त) अशरफ को राष्ट्रपति जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोलने के लिए स्विस प्रशासन को पत्र लिखने हेतु तीन सप्ताह का समय दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कानून मंत्री फारुख एच. नाइक को निर्देश दिया है कि वह स्विस प्रशासन को भेजे गए उस पत्र को वापस ले लें, जिसमें राष्ट्रपति के खिलाफ सभी मामले बंद करने के लिए कहा गया था।

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मलिक कय्यूम के पत्र द्वारा जिन मामलों को बंद कर दिया गया है, वे मामले अब खुल सकते हैं, बशर्ते कि स्विस प्रशासन ऐसा करना चाहे।

First Published: Tuesday, September 18, 2012, 11:09

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