Last Updated: Wednesday, July 25, 2012, 15:57
इस्लामाबाद : राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ रिश्वत के मामलों को खोलने के वास्ते स्विस प्रशासन से संपर्क करने के लिए प्रधानमंत्री रजा परवेज अशरफ को और दो सप्ताह की मोहलत दे दी गई। इसी मामले के चलते अशरफ के पूर्ववर्ती गिलानी को अपने पद से हाथ धोना पड़ा था।
शीर्ष अदालत ने इससे पूर्व प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोलने के अपने निर्देशों की अनुपालना करने के लिए आज तक का समय दिया था। मामले की आज की सुनवाई के दौरान अटार्नी जनरल इरफान कादिर ने मामले की सुनवाई ईद उल फितर के बाद तक के लिए स्थगित किए जाने की अपील की लेकिन न्यायाधीश आसिफ सईद खान खोसा की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय पीठ ने उनकी अपील को नामंजूर कर दिया और मामले को दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया।
कादिर ने पीठ में खोसा की मौजूदगी पर भी यह कहते हुए सवाल उठाया कि वह पूर्वाग्रह से पीड़ित हैं। उन्होंने खोसा से खुद ही पीठ से अलग होने के लिए कहा लेकिन उनकी इस अपील को भी नामंजूर कर दिया गया। खोसा ने कहा कि यदि उनका कोई पूर्वाग्रह होता तो वह तत्काल पीठ छोड़ देते। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे देश को नुकसान पहुंचे या लोकतांत्रिक प्रक्रिया पटरी से उतरे। उन्होंने कहा कि न्यायाधीश लोकतंत्र के साथ हैं और उसे मजबूत करना चाहते हैं। खोसा ने कहा, ‘आप मेरे खिलाफ पूर्वाग्रह से पीड़ित होने का आरोप कैसे लगा सकते हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 25, 2012, 15:57