Last Updated: Thursday, April 5, 2012, 13:12

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आगामी बैठक से अंतर-क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा मिलेगा लेकिन कश्मीर और भरोसेमंद प्रतिरोधक परमाणु क्षमता को बनाए रखने जैसे प्रमुख मुद्दों’ पर कोई समझौता नहीं होगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने संवाददाताओं को बताया, हमारा मत है कि दोपहर के भोजन पर जरदारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मुलाकात विश्व के इस भाग में अंतर-क्षेत्रीय शांति एवं समृद्धि को बढ़ावा देने के राष्ट्रपति के विचारों को मूर्त रूप देने में योगदान करेगी। उन्होंने कहा कि जरदारी की अजमेर यात्रा के दौरान पाकिस्तान दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक वार्ता की आशा करता है।
राष्ट्रपति जरदारी आठ अप्रैल को अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत के लिए एक निजी यात्रा पर भारत जा रहे हैं। अजमेर जाने से पहले जरदारी दोपहर के भोजन पर नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करेंगे।
दोनों पक्षों में से किसी ने इस बैठक के एजेंडे के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि बासित ने कहा कि दोनों नेता पड़ोसी मुल्कों के द्विपक्षीय संबंधों में लगातार महत्वपूर्ण बने रहने वाले सभी मुद्दों पर बात करेंगे।
जरदारी की भारत यात्रा पर एक सवाल के जवाब में बासित ने कहा, शिखर सम्मेलन स्तर पर होने वाली यह बैठकें बहुत मददगार होती हैं लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम अन्य मामलों विशेष तौर पर जम्मू कश्मीर पर अपने रूख से समझौता करेंगे। उन्होंने कहा कि कश्मीर विवाद दोनों देशों के बीच अहम मुद्दा है।
बासित ने कहा, जम्मू कश्मीर विवाद पर अपने रूख में बदलाव लाने को कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। भारत की नौसेना में हाल ही में शामिल हुई रूस निर्मित परमाणु पनडुब्बी के बारे में सवाल पर उन्होंने कहा कि अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने वाली जरूरतों से पाकिस्तान भली-भांति अवगत है।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान किसी भी परिस्थिति में अपनी भरोसेमंद परमाणु प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखेगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 5, 2012, 18:42