Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 13:53
लंदन : एडोल्फ हिटलर की आत्मकथा ‘मेन केंफ’ जल्दी ही देश के स्कूलों में पढ़ाई जाएगी। नाजीवाद को बढ़ावा मिलने के डर से जर्मनी ने पिछले 67 वर्षों से इस पुस्तक का प्रकाशन नहीं किया है। जर्मनी के अधिकारियों ने कल घोषणा की कि तीन वर्ष बाद जब इस पुस्तक की कॉपीराइट समाप्त हो जाएगी तो व्याख्या सहित इसका संस्करण पूरे देश के छात्रों के लिए उपलब्ध होगा।
‘मेन केंफ’ एडोल्फ हिटलर की आत्मकथा है और उसमें उनके राजनीतिक विचारों को भी शामिल किया गया है।
‘मेन केंफ’ का अंग्रेजी अनुवाद ‘माई स्ट्रगल’ तथा ‘माई बैटल’ नाम से किया गया है। ‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 1945 में बर्लिन में हिटलर की आत्महत्या के बाद ‘स्टेट ऑफ बवेरिया’ उसके सभी पुस्तकों और संपत्ति आदि का उत्तराधिकारी बन गया। ‘स्टेट ऑफ बवेरिया’ का कहना है कि जर्मनी के लिए इस पुस्तक को व्याख्या के साथ प्रकाशित करना जरूरी है। यह पुस्तक जर्मनी में अवैध नहीं है, लेकिन इसके प्रकाशन से नाजीवाद फैलने के डर से सरकार ने इसके प्रकाशन की अनुमति नहीं दी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 19:23