Last Updated: Friday, December 14, 2012, 00:25

टोक्यो : चीन के एक सरकारी विमान द्वारा जापानी वायु क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद जापान के आठ लड़ाकू विमान फौरन हकरत में आ गए।
जापानी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि जापान के हवाई क्षेत्र की निगरानी की कमान 1958 में देश की सेना के हाथों में आने के बाद यह पहला मौका है जब चीन के किसी सरकारी विमान ने उसकी हवाई सीमा का उल्लंघन किया है।
चीनी विमान की इस हरकत को विवादित द्वीपों के आसपास उसके विमानों के पहुंचने की कवायद को सहज बनाने के तौर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि इन द्वीपों को चीन में दियाउ और जापान में सेनकाकू के नाम से जाना जाता है। इस अवसर को नानजिंग नरसंहार की 75 वीं बरसी के तौर पर भी देखा जा रहा है जब जापानी शाही सेना ने चीन की तत्कालीन राजधानी में रक्तपात किया था।
मुख्य मंत्रिमंडलीय सचिव ओसामु फुजीमुरा ने संवाददाताओं को बताया कि चीनी विमान के पूर्वाह्न 11 बजे के बाद द्वीपों के पास पहुंचने पर एफ 15 विमान हरकत में आ गए।
उन्होंने बताया कि यह एक वाई 12 विमान था जो चाइनीज स्टेट ऑसियानिक एडमिंस्ट्रेशन का है। इस बात की पुष्टि हो गई है कि यह विमान हमारे देश की हवाई सीमा में घुसा था। उन्होंने कहा कि हमारे देश की संप्रभुता का उल्लंघन करने वाली किसी भी गतिविधि से हम अपने देश के कानून और नियमों के तहत निपटेंगे।
असाही शिबुन की खबर के मुताबिक चीनी विमान द्वारा जापानी हवाई सीमा क्षेत्र का उल्लंघन किये जाने के बाद जापान के आठ लड़ाकू विमान और एक पूर्व चेतावनी विमान हरकत में आ गए। लेकिन ऐसा लगता है कि दोनों देशों के विमानों का आमना सामना नहीं हुआ। उधर, बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय ने इस उड़ान को सामान्य बताया है।
मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने बताया कि दियाउ द्वीपों पर चीनी विमान की उड़ान पूरी तरह से एक सामान्य घटना थी। जापानी तटरक्षक ने कहा है कि उसकी नियमित गश्त के दौरान चीनी विमान को देखा गया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 13, 2012, 17:56