Last Updated: Monday, May 27, 2013, 23:59
टोक्यो: भारत ने इन खबरों को खारिज कर दिया है कि जापान के रिश्ते को लेकर भारत की गति मंद है क्योंकि वह चीन को नाराज नहीं करना चाहता। उसने कहा कि वह जापान की ओर से तय गति पर ही आगे बढ़ रहा है।
इस तरह की खबरें थीं कि भारत के साथ द्विपक्षीय असैन्य परमाणु करार को लेकर जापान के भीतर कुछ मुद्दे हैं। इस पर भारतीय पक्ष के आधिकारिक सूत्रों ने कहा, ‘‘भारत जापानी पक्ष की ओर से तय की गई गति को लेकर बहुत खुश है।’’ सूत्रों ने कहा, ‘‘साल 2011 की फुकुशिमा परमाणु त्रासदी के बाद जापानी पक्ष में संवेदनशीलताएं हैं और हम उनका सम्मान करते हैं।’’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज तीन दिन की जापान यात्रा पर तोक्यो पहुंच गए। इस दौरे में वह द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने और असैन्य परमाणु उर्जा सहयोग समझौते पर जोर देंगे।
सिंह अपने जापानी समकक्ष शिंजो एबे के साथ बुधवार को बातचीत करेंगे। इस बातचीत का केंद्रबिंदु रक्षा, आर्थिक, उर्जा और दूसरे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर होगा।
भारतीय पक्ष में आधिकारिक सूत्रों ने उन खबरों को खारिज कर दिया कि जापान के रिश्ते को लेकर भारत की गति मंद है क्योंकि वह चीन को नाराज नहीं करना चाहता।
उन्होंने कहा, ‘‘जब जापान इस ओर देख रहा है कि परमाणु अप्रसार व्यवस्था को किस तरह मजबूत किया जाए तो भारत का यह विचार है कि असैन्य परमाणु उर्जा सहयोग से अप्रसार व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।’’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जापान दौरा पिछले साल नवंबर में ही प्रस्तावित था, लेकिन दिसंबर में वहां आम चुनाव होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।
मनमोहन सिंह के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी, विदेश सचिव रंजन मथाई और कई दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी जापान पहुंचे हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 27, 2013, 23:58