जापान में जोरदार भूकंप, सुनामी की लहरें उठीं

जापान में जोरदार भूकंप, सुनामी की लहरें उठीं

जापान में जोरदार भूकंप, सुनामी की लहरें उठींटोक्यो : जापान के पूर्वोत्तर भाग में आए 7.3 तीव्रता के जोरदार भूकंप के तेज झटकों से राजधानी टोक्यो की इमारतें भी हिल गईं और हजारों लोगों को अपने घरों से बाहर भागना पड़ा जबकि भूकंप के चलते तटवर्ती इलाकों में करीब एक मीटर ऊंची सुनामी की लहरें उठीं। नेशनल पुलिस एजेंसी के अनुसार फिलहाल भूकंप प्रभावित इलाकों से किसी के हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं है।

जापान के इसी क्षेत्र में करीब एक साल पहले भी ऐसी ही आपदा आयी थी जिसमें 20,000 लोग मारे गए थे या लापता हो गए। वैसे, सरकारी टेलीविजन प्रसारक ‘एनएचके’ की रिपोर्ट के अनुसार, सुनामी से भागने के क्रम में 75 वर्षीय महिला गिरकर घायल हो गई और सेनदाई प्रांत में एक बच्चा भी घायल हो गया।

जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी का कहना है कि मियागी प्रांत के तटवर्ती इलाके में करीब शाम पांच बजकर 18 मिनट प्रशांत महासागर में 7.3 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केन्द्र मियागी के प्रशांत महासागर तट से 240 किलोमीटर दूर 10 किलोमीटर की गहराई में था।

भूकंप के झटके इवाते, मियागी, अमोरी, इबराकी और तोचिगी प्रांत में महसूस किए गए। जापानी संवाद समिति क्योदो की खबर के अनुसार, जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी की ओर से प्रशांत महासागर तट से सटे इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी किए जाने के बाद मियागी के इशिनोमाकी क्षेत्र में करीब एक मीटर उंची सुनामी की लहरें उठीं।

सुनामी को देखते हुए मियागी प्रांत के सेनदाई, इवानुमा और इशिनोमाकी, इवाते प्रांत के रिकुजेन्तकाता समेत अन्य कई तटवर्ती क्षेत्रों में स्थानीय अधिकारियों ने निवासियों से अपने घर खाली कर सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा था। परमाणु नियामक प्राधिकार ने कहा कि टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के फुकुशिमा दाईची और फुकुशिमा दाईनी संयंत्र तथा तोक्यो तोहोकु इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के ओनगावा संयंत्र सहित अभी तक पूर्वोत्तर के परमाणु संयंत्रों में कोई समस्या नहीं दिखी है।

तोकाईदो शिन्कान्सेन लाइन पर तोक्यो से कनाग्वा प्रांत के ओदावारा के बीच बुलेट रेल सेवा अस्थाई रूप से बाधित हुई। तोहोकु और जोएत्सु शिन्कान्सेन लाइनों पर भूकंप के कारण सेवा रोक दी गई। क्योदो की रिपोर्ट के अनुसार, मियागी प्रांत के सेन्दाई हवाईअड्डे पर किसी भी विमान को उड़ान नहीं भरने दिया गया जबकि तोक्यो के निकट नरिता हवाई अड्डे के रनवे थोड़ी देर के लिए बंद कर दिए गए। जापानी प्रधानमंत्री योशिहिको नोदा ने तोक्यो में अपना एक प्रमुख भाषण रद्द कर दिया और इस संकट से निपटने के लिए अपने कार्यालय वापस लौट आए।

इस भूकंप से करीब डेढ़ साल पहले जापान का पूर्वोत्तर भाग 9.0 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आयी सुनामी से बुरी तरह दहल गया था। पिछले वर्ष 11 मार्च को आए इस भूकंप में करीब 20,000 लोग मारे गए या लापता हुए। (एजेंसी)

First Published: Friday, December 7, 2012, 15:41

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