Last Updated: Monday, December 26, 2011, 14:38
नई दिल्ली : जापान के प्रधानमंत्री योशिहिको नोडा और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच यहां 28 दिसंबर को होने वाली शिखर बैठक में असैन्य परमाणु सहयोग प्रमुख विचारणीय विषयों में शामिल होगा। बैठक में दोनों पक्ष व्यापार बढ़ाने के तरीकों पर भी विचार विमर्श करेंगे।
विदेश मंत्रालय में सहायक सचिव (पूर्व एशिया) गौतम बंबावाले ने यहां संवाददाताओं से कहा, मुझे लगता है कि इस विषय पर दोनों प्रधानमंत्रियों की शिखर बैठक में विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने यह बात इस सवाल के जवाब में कही कि क्या असैन्य परमाणु मुद्दा छठी वाषिर्क शिखर बैठक में उठेगा।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि मार्च में सूनामी के बाद फुकुशिमा में विकिरण खतरे के मद्देनजर प्रस्तावित करार को ठंडे बस्ते में नहीं डाला गया था। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच कुछ अनौपचारिक विचार विमर्श हुआ है। बंबावाले ने कहा कि उसके पहले भी बातचीत के तीन औपचारिक दौर हो चुके हैं।
उन्होंने कहा, मैं काफी निश्चित हूं कि इस विषय पर दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच विचार विमर्श होगा। बातचीत का क्या नतीजा निकलेगा, मैं आपको नहीं बता पाउंगा। हमें इसे दोनों प्रधानमंत्रियों पर छोड़ देना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि असैन्य परमाणु सहयोग मुद्दा ऐसा है जिस पर उच्च स्तर पर भी ध्यान दिया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 26, 2011, 22:08