Last Updated: Thursday, October 6, 2011, 17:43
इस्लामाबाद : भारत और पाकिस्तान स्थित जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के दो धड़ों ने विलय पूरा होने का ऐलान करते हुए कहा है कि आतंक के लिये दोषी ठहराये गये अफजल गुरु की मौत की सजा पर रोक लगाने समेत विभिन्न मुद्दों पर मिलकर काम करेंगे.
फिर से दोनों धड़ों के मिलने की प्रक्रिया की शुरुआत रावलपिंडी में 12 अगस्त को पार्टी के नेताओं अमानुल्ला खान और यासीन मलिक के बीच बैठक से हुई थी.
जेकेएलएफ नेता मोहम्मद रफीक डार ने बताया कि धड़ों ने विलय के लिए एक विशेष समिति का गठन किया था और इस समिति ने 18 सितंबर को प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया. मलिक द्वारा सार्वजनिक तौर पर हिंसा का रास्ता छोड़े जाने के ऐलान के बाद जेकेएलएफ वर्ष 1995 में दो धड़ों में बंट गया था.
डार और अमानुल्ला खान ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कश्मीर के दोनों हिस्सों के जेकेएलएफ के नेता अब एक साथ मिल कर जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार का उल्लंघन और मलिक द्वारा शुरू किए गए ‘अफजल गुरु को बचाओ अभियान’ जैसे मुद्दों पर काम करेंगे. डार ने कहा कि वर्ष 1977 में जेकेएलएफ की शुरुआत करने वाले अमानुल्ला इस संगठन के ‘आजीवन सर्वोच्च प्रमुख’ बने रहेंगे.
(प्रेट्र.)
First Published: Thursday, October 6, 2011, 23:13