Last Updated: Saturday, January 26, 2013, 14:32

वाशिंगटन : अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी मूल के आतंकवादी डेविड हेडली को सजा सुनाए जाने को भारत-अमेरिका आतंकवाद विरोधी सहयोग का ‘सकारात्मक उदाहरण’ करार देते हुए कहा है कि वादे के मुताबिक इंसाफ हुआ है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान अदालती आदेश पर भारत की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘हमने वादा किया था कि न्याय किया जाएगा। इस मामले में न्याय हुआ है।’ भारत ने हेडली को शिकागो की अदालत द्वारा सुनाई गई 35 साल की जेल की सजा पर निराशा जताते हुए कहा था कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए यह आतंकवादी मौत की सजा का हकदार था। हेडली मुंबई हमले की साजिश का एक प्रमुख सूत्रधार है।
नूलैंड ने कहा कि मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता डेविड हेडली को न्याय के कटघरे में लाया गया। इन जघन्य कृत्यों में उसकी भूमिका के लिए उसे 35 साल जेल की सजा हुयी है। इस घटना में छह अमेरिकियों सहित 166 लोगों की जान चली गयी थी।
उन्होंने कहा कि डेविड हेडली के मामले में जांच और मुकदमे में अमेरिका और भारतीय प्रशासन के बीच काफी बढिया तालमेल रहा। उस पर मुकदमा चला, वह दोषी पाया गया और उसे 35 साल की सजा हुई। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 26, 2013, 10:21