Last Updated: Thursday, December 15, 2011, 09:15
वाशिंगटन : अमेरिका आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियानों में सफल साबित हो चुके पायलट रहित हथियारों से लैस ड्रोन विमानों की बिक्री भारत सहित अपने सहयोगी देशों को करने पर विचार कर रहा है,लेकिन इस प्रस्ताव का देश के सांसद विरोध कर रहे हैं जो कि यह नहीं चाहते कि इसकी प्रौद्योगिकी अन्य देशों को दी जाए।
समाचार पत्र ‘द वाल स्ट्रीट जर्नल’ ने ओबामा प्रशासन के अधिकारियों के हवाले से कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका पर दबाव कम करने तथा इस वर्ष लीबिया में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन :नाटो: के हवाई अभियान जैसे भविष्य के अभियानों के मद्देनजर पेंटागन चाहता है कि नाटो के और सदस्यों के पास यह पायलट रहित विमान हो। यह माना जा रहा है कि भारत उन कुछ संभावित देशों में शामिल होगा जिन्हें अमेरिका अपने ड्रोन विमान बेचने के प्रयास करेगा।
भारत कुछ समय से इस्राइल से ड्रोन विमान खरीदता आ रहा है तथा वह ड्रोन विमान बनाने की क्षमताओं को भी विकसित कर रहा है लेकिन उसके पास हथियारों से लैस ‘प्रीडेटर्स’ और ‘रीपर्स’ जैसे ड्रोन विमान नहीं हैं जिसका इस्तेमाल अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ करती हैं।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, December 15, 2011, 15:47