Last Updated: Friday, June 7, 2013, 23:29

कोलंबो : श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने कहा है कि तमिल मुद्दे का हल ‘आयात नहीं किया जा सकता’ तथा सभी राजनीति दलों को मामले के समावेशी समाधान के लिए हाथ मिलाना चाहिए।
राजपक्षे ने यहां के दौरे पर आए भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद से मुलाकात के दौरान कहा, ‘हम समाधान का आयात नहीं कर सकते और यह राजपक्षे-सामपंथन (मुख्य तमिल नेता) समझौते के तौर पर नहीं हो सकता।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि श्रीलंकाई राजनीतिक दलों को तमिल मुद्दे के समावेशी समाधान के लिए साथ आना चाहिए।
राज्यसभा में भाजपा के उप नेता प्रसाद पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। यह प्रतिनिधिमंडल पांच दिनों के श्रीलंका दौरे पर आया है। प्रसाद के अलावा इस प्रतिनिधिमंडल में शिवसेना के सुरेश प्रभु, वरिष्ठ पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता, सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी विवेक काटजू, आरएसएस के नेता राम माधव तथा मानवाधिकार कार्यकर्ता मोनिका अरोड़ा शामिल हैं। इस प्रतिनिधिमंडल ने कल जाफना का दौरा किया और सरकार तथा सामाजिक संगठनों के सदस्यों के साथ बातचीत की। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 7, 2013, 23:29