Last Updated: Tuesday, February 28, 2012, 12:17
लाहौर : क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो को तालिबान और अल कायदा की ओर से खतरे का सामना करना पड़ा था क्योंकि उन्होंने इन दोनों समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने की कसम खायी थी लेकिन उनकी जान को इस प्रकार का कोई खतरा नहीं है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख खान ने लाहौर में अपने निवास पर संवाददाताओं को बताया, बेनजीर भुट्टो को केवल एक जगह से खतरा था क्योंकि जब वह आयीं (पाकिस्तान लौटेंगी) तो उन्होंने कहा था कि वह तालिबान और अल कायदा के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। इसलिए उन्हें खतरा था।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मैं पहले दिन से ही कह रहा हूं कि यह हमारा युद्ध नहीं है और हमें इसमें शामिल नहीं होना चाहिए। इसलिए मुझे उनसे कोई दिक्कत नहीं है। स्व निर्वासन से 2007 में लौटने पर भुट्टो ने तालिबान और अल कायदा के खिलाफ कार्रवाई करने की कसम खायी थी। स्वदेश लौटने के करीब दो माह बाद रावलपिंडी में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के तुरंत बाद एक आत्मघाती हमले में भुट्टो की जान चली गयी थी।
सिंध असेम्बली में हाल ही में गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा था कि मारा गया पाकिस्तानी तालिबान कमांडर बैतुल्ला महसूद भुट्टो की हत्या के लिए जिम्मेदार था और उन्हें मारने की साजिश देश के अशांत उत्तर पश्चिमी इलाके में एक देवबंदी मदरसे में रची गयी थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 28, 2012, 17:47