Last Updated: Thursday, July 12, 2012, 22:36

काबुल : तालिबान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई की शांति वार्ता का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। साथ ही उसने देश भर में हमले जारी रखने का संकल्प दोहराया है।
करजई देश के बड़े भू-भाग पर नियंत्रण करने वाले तालिबान को वार्ता की मेज पर लाना चाहते हैं।
करजई ने हाल ही में टोक्यो में कहा, अपने देश के खिलाफ काम करने वाले वे सभी तालिबान एवं अन्य आतंकवादी समूहों का जीवन की मुख्यधारा में स्वागत है। उन्हें इस शर्त के साथ कि वे अफगानिस्तान के संविधान का सम्मान एवं देश के पुनर्निर्माण में सहयोग करेंगे, देश की आजादी एवं उसके कानूनों से लाभ हासिल करना चाहिए।
उन्होंने कहा, चूंकि अफगानिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय बलों की मौजूदगी एक वास्तविकता है, इसलिए तालिबान को हर तरह की शांति वार्ता में शरीक होना चाहिए।
समाचार पत्र ‘द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के मुताबिक तालिबान ने शांति वार्ता की पेशकश में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है और करजई के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
समाचार पत्र ने तालिबान के प्रवक्ता जबीबुल्लाह मुजाहिद के हवाले से कहा, करजई की कठपुतली एवं शक्तिहीन सरकार से बातचीत करने का तालिबान का कोई इरादा नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 12, 2012, 22:36