Last Updated: Saturday, December 10, 2011, 18:17
ओस्लो : लाइबेरिया और यमन में अन्याय, तानाशाही और यौन उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष करने वाली तीनों महिलाओं ने शनिवार को नार्वे की राजधानी ओस्लो में आयोजित एक समारोह में शांति का नोबेल पुरस्कार ग्रहण किया।
ओस्लो के सिटी हॉल में आयोजित इस समारोह में लाइबेरिया की राष्ट्रपति एलेन जॉनसन सिरलीफ, उन्हीं के देश की निवासी लेयमाह ग्बोवी और यमन की तवाकुल करमान ने तालियों की गूंज के बीच अपना नोबेल डिप्लोमा और मेडल ग्रहण किया।
पुरस्कार समिति के अध्यक्ष थोर्बजोएर्न जागलैंड ने कहा कि तीनों महिलाएं सामान्य तौर पर मानवाधिकार और विशेष तौर पर महिलाओं की समानता तथा शांति के लिए संघर्ष का प्रतिनिधित्व करती हैं। वर्ष 2004 के बाद से उप सहारा देशों की किसी भी महिला ने यह पुरस्कार प्राप्त नहीं किया है। नोबेल समिति ने इससे पहले केन्या की वांगरी मथाई को जंगलों को नष्ट होने से बचाने के लिए गरीब महिलाओं को एकत्र करने और पेड़ लगाने के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया था।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 10, 2011, 23:47