Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 23:45

तेहरान : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को आश्वासन दिया कि भारत प्रस्तावित तीस्ता जल बंटवारा करार और भूमि सीमा समझौते को जल्द से जल्द अमली जामा पहनाने के प्रति वचनबद्ध है।
दोनो नेताओं के बीच यहां हुई बैठक के दौरान मणिपुर की तिपाईमुख पनबिजली परियोजना के मामले पर भी बातचीत हुई और सिंह ने हसीना को भरोसा दिलाया कि भारत ऐसा कुछ नहीं करेगा, जिससे बांग्लादेश के हितों को नुकसान हो।
सिंह और हसीना के बीच 15 मिनट की आमने सामने की बैठक से पूर्व दोनो पक्षों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की 40 मिनट की बैठक हुई, जिसमें व्यापक द्विपक्षीय मुद्दों पर विचार किया गया। सरकारी सूत्रों ने बताया कि गुट निरपेक्ष आंदोलन शिखर बैठक से पूर्व जब सिंह हसीना से मिले तो उन्होंने तीस्ता समझौता और भूमि सीमा समझौते के कार्यान्वयन का मामला उठाया।
सिंह ने हसीना को बताया कि तीस्ता जल बंटवारे पर और भूमि सीमा समझौता, जिसमें भारत और बांग्लादेश के बीच 111 एंक्लेव की अदला बदली होनी है, के कार्यान्वयन पर भीतरी विचार विमर्श चल रहा है और जैसे ही संभव होगा दोनो समझौतों को अमली जामा पहनाया जाएगा।
सिंह ने स्पष्ट किया कि पिछले वर्ष सितंबर में उनकी ढाका यात्रा के समय जिस भूमि सीमा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे और प्रस्तावित तीस्ता समझौता, जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ऐन मौके पर आपत्ति उठाने के कारण नहीं हो पाया था, को अमल में लाने के लिए भारत पूरी तरह संकल्पबद्ध है।
ममता ने प्रमुख जल विज्ञानी कल्याण रूद्र की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया है जो तीस्ता नदी से पूरे वर्ष पश्चिम बंगाल से होकर बांग्लादेश जाने वाले पानी की उपलब्धता का अध्ययन करेगा ताकि पश्चिम बंगाल सरकार नदी के जल के बंटवारे के बारे में पानी की मात्रा का निर्धारण कर सके। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 23:45