Last Updated: Tuesday, March 5, 2013, 10:16

ढाका : आंतरिक मतभेदों के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच तीस्ता जल बंटवारा समझौता और भूमि सीमा समझौता नही हो पाने के बीच यहां तीन दिवसीय यात्रा पर आए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ढाका के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए इन दोनों मुद्दों पर आम सहमति बनाने की जरूरत पर बल दिया।
भाजपा के चंदन मित्रा और तृणमूल कांग्रेस के मुकुल रॉय सहित अन्य सांसदों के समक्ष ही मुखर्जी ने कहा कि वर्षों से भारत में विदेश नीति के संबंध में राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति रही है। ये सभी भूमि सीमा समझौता और तीस्ता जल बंटवारा समझौते को प्रभावी करने के केन्द्र के निर्णय का विरोध करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में कई मुद्दों पर हमारे बीच मत भिन्नता है लेकिन कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां आम सहमति है और ‘बांग्लादेश के साथ अच्छे संबंध विकसित करना भी ऐसा ही क्षेत्र है जिसपर आम सहमति है।’’ शाम में आयोजित एक समारोह में यहां के भारतीय समुदाय के साथ बातचीत कर रहे मुखर्जी ने कहा कि बांग्लादेश के साथ रिश्ते सामान्य हैं और आगे बढ़ रहे हैं। दोनों देश गंभीरता से सीमा मुद्दे और तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 5, 2013, 10:16