Last Updated: Saturday, August 10, 2013, 23:52

लंदन : भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल दाउद इब्राहिम की पाकिस्तान में मौजूदगी कबूल करने की अपनी टिप्पणी से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशेष दूत शहरयार खान पलट गए हैं। दाउद को पाकिस्तान से ‘खदेड़ बाहर कर दिए जाने’ और उसके संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हो सकने की बात कहने के कुछ घंटे बाद अब खान ने कहा है कि उन्हें दाउद के अपने मुल्क में होने या ना होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। खान भारत के साथ ‘ट्रैक-2’ वार्ता (अनौपचारिक वार्ता) के लिए शरीफ के विशेष दूत हैं।
उन्होंने मीडिया से कहा, जब मैं विदेश मंत्रालय में था या अभी मुझे कोई जानकारी नहीं है कि दाउद इब्राहिम कहां रहता है। मैं सिर्फ वही जाहिर कर रहा था जो प्रेस कह रहा है, जो पाकिस्तानी प्रेस इस शख्स के बारे में कह रहा है। उन्होंने कहा गृह मंत्रालय को शायद पता होगा लेकिन विदेश मंत्रालय को कोई जानकारी नहीं है। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वह पाकिस्तान में है या नहीं, वह कभी वहां था या नहीं।
उन्होंने कल कहा था कि दाउद एक समय पाकिस्तान में था। दरअसल, यह पहला मौका है जब किसी पाकिस्तानी अधिकारी ने अंडरवर्ल्ड सरगना के अपने मुल्क में मौजूदगी की बात कबूल की। खान ने कहा था, दाउद पाकिस्तान में था लेकिन मेरा मानना है कि उसे पाकिस्तान से बाहर खदेड़ दिया गया है। यदि वह पाकिस्तान में है तो उसे ढूंढ लिया जाएगा और गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हम इस तरह के गैंगेस्टर को अपने मुल्क से गतिविधियां चलाने की इजाजत नहीं दे सकते। उन्होंने कहा था कि यदि दाउद पाकिस्तान में होता तो उसे अब तब गिरफ्तार कर लिया गया होता। खान ने लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से बात करते हुए यह बात कही थी। उन्होंने कहा था कि उनका मानना है कि दाउद संयुक्त अरब अमीरात में है।
उन्होंने कहा, नवाज शरीफ सरकार उन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के पक्ष में है जो न सिर्फ पाकिस्तान को बल्कि अन्य सभी देशों को प्रभावित कर रहे हैं चाहे वह भारत हो या अफगानिस्तान या कोई अन्य देश। खान ने कहा, हम अपने मुल्क में अपराधियों को जड़े जमाने की इजाजत नहीं दे सकते। यदि वे हमारे पास आएंगे तो हम कार्रवाई करेंगे। यही वजह है कि मुझे लगता है कि वह (दाउद) पाकिस्तान छोड़ चुका है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान अभी तक अपनी सरजमीं पर दाउद की मौजूदगी की बात से इनकार करता आ रहा था जबकि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपे गए दस्तावेजों में उसके ठिकाने के ब्योरे बार-बार दिए हैं। 1993 के मुंबई बम धमाकों के बाद वह कराची भाग गया था। 1993 की घटना के अलावा वह कई आतंकवादी और आपराधिक मामलों में भारत में वांछित है। 2003 में अमेरिकी सरकार ने उसे ‘विदेशी आतंकवादी’ घोषित किया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 10, 2013, 18:25