Last Updated: Tuesday, September 25, 2012, 20:16
बीजिंग : चीन ने विवादित दियाओयू दावो द्वीप पर मंगलवार को एक श्वेत पत्र जारी किया है। श्वेत पत्र में इस द्वीप पर और उससे लगे द्वीपों पर चीन की निर्विवादित सम्प्रभुता का दावा किया गया है। श्वेत पत्र में कहा गया है कि ये द्वीप सभी ऐतिहासिक, भौगोलिक और कानूनी सदर्भो में चीन के अभिन्न हिस्से हैं, और दियाओयू दावो पर चीन की निर्विवादित सम्प्रभुता बरकार है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, `दियाओयू दावो, एन इनहरेंट टेरिटरी ऑफ चाइना` शीर्षक वाले इस श्वेत पत्र को चीन के राजकीय सूचना परिषद कार्यालय ने जारी किया है। ज्ञात हो कि जापान ने 10 सितम्बर को दियाओयू दावो को और उससे लगे नानक्सियाओ दावो व बीक्सियाओ दावो को खरीदने की तथा तथाकथित `राष्ट्रीयकरण` के क्रियान्वयन की घोषणा की थी।
पत्र में कहा गया है कि यह कदम चीन की क्षेत्रीय सम्प्रभुता का सरासर उल्लंघन है और ऐतिहासिक तथ्यों व अंतर्राष्ट्रीय न्यायशास्त्र की गम्भीर अवमानना है। पत्र में कहा गया है कि दियाओयू दावो को सबसे पहले चीन ने खोजा था और उसका नामकरण किया था तथा उसका उपयोग किया था, और यह लम्बे समय तक चीन के अधिकार क्षेत्र में रहा है।
पत्र में आगे कहा गया है कि 1895 में चीन-जापान युद्ध के दौरान दियाओयू पर जापान द्वारा किया गया कब्जा अवैध और अनधिकृत था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 25, 2012, 20:16