Last Updated: Monday, February 13, 2012, 15:34
यरूशलम : इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि भारत एवं जॉर्जिया में इस्राइली राजनयिकों को निशाना बनाए जाने के पीछे ईरान का हाथ है और तेहरान ने छापामार संगठन हिजबुल्ला के जरिए इन वारदातों को अंजाम दिया।
नेतन्याहू ने कहा, इन दोनों मामलों में ईरान शामिल है और उसने हमलों के लिए हिजबुल्ला की मदद की। दिल्ली में हुए विस्फोट में दो लोग घायल हो गए, हालांकि जॉर्जिया में विस्फोट से ठीक पहले बम को निष्क्रिय कर दिया गया।
नेतन्याहू ने कहा कि हाल के महीनों में अजरबैजान, थाईलैंड और कुछ स्थानों पर हमलों की साजिश को नाकाम किया गया है। दिल्ली में इस्राइली दूतावास की एक कार को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया। यह हमला दूतावास से कुछ दूरी पर हुआ। जॉर्जिया की राजधानी तिब्लिसी में बम को निष्क्रिय कर दिया गया।
इस मामले पर इस्राइली विदेश मंत्री आविगडोर लिबरमैन ने कहा कि उनका देश आतकवांद का जवाब देता रहेगा। उन्होंने कहा, यह दिखाता है कि इस्राइल और उसके नागरिकों को देश के भीतर एवं बाहर आतंक का सामना करना पड़ा रहा है। हम रोजाना इससे निपटते हैं। हम जानते हैं कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की शिनाख्त कैसे की जाती है।
इस्राइली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता यिगल पालमोर ने कहा, हम इस बात की इजाजत नहीं देंगे कि आतंकवाद हमारे एजेंडे को प्रभावित करे। इसा्रइली राजनयिकों को उस वक्त निशाना बनाया गया है, जब हिजबुल्ला के उपनेता इमाद मुगनियाह के मारे जाने की चौथी बरसी मनाई है। वह एक कार बम हमले में मारे गए थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 13, 2012, 21:04