Last Updated: Tuesday, May 29, 2012, 00:04

नेपिदा : लोकतंत्र को गले लगाने के म्यांमार के निर्णय ने उसके लिए दुनिया के दरवाजे खोल दिए हैं। दुनिया भर से तमाम नेता अब म्यांमार का दौरा कर रहे हैं। रविवार को यहां पहुंचे मनमोहन सिंह इस सूची के ताजा नाम हैं। पिछले 25 वर्षो के दौरान म्यांमार का दौरा करने वाले वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पिछले वर्ष 30 नवम्बर को म्यांमार आई थीं। पिछले 50 वर्षो के दौरान किसी शीर्ष अमेरिकी अधिकारी का यह पहला दौरा था। इसके पहले जॉन फोस्टर डुल्स ने 1955 में म्यांमार का दौरा किया था।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली म्यूंग-बाक इस वर्ष 14 मई को म्यांमार आए थे। पिछले 29 सालों के दौरान किसी दक्षिण कोरियाई नेता का यह पहला दौरा था। अभी हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून 29 अप्रैल को म्यांमार आए थे। इसके पहले वह 2009 में यहां आए थे।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस वर्ष अप्रैल में म्यांमार का दौरा किया था। 1948 में म्यांमार की आजादी के बाद यहां का दौरा करने वाले वह पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बन हैं। थाईलैंड के प्रधानमंत्री यिंगलक शिनवात्रा अक्टूबर 2011 में एक दिन के लिए म्यांमार आए थे।
म्यांमार पर जब से सैन्य जुंटा का शासन हुआ, खासतौर से पश्चिमी देशों ने उससे दूरी बना ली थी। लेकिन जब सैन्य शासकों ने बेमन से ही सही, लोकतंत्र को गले लगाने का निर्णय लिया, तो स्थितियां बदलनी शुरू हो गईं हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 29, 2012, 00:04