Last Updated: Wednesday, August 8, 2012, 19:13

जोहानिसबर्ग : हनीमून के लिए दक्षिण अफ्रीका आए भारतीय मूल के जोड़े में पत्नी की हत्या करने के आरोपी ने आज अदालत में कहा कि महिला के पति ने उसे हत्या करने का काम दिया था। इस मामले में व्यक्ति को 25 वर्ष कैद की सजा सुनायी गई है। सजा सुनाए जाने के बाद महिला के उद्योगपति पति के जल्दी प्रत्यर्पण और उसके खिलाफ सुनवायी का रास्ता खुल गया है।
नवंबर 2010 में हनीमून के लिए आयी भारतीय मूल की स्वीडन की नागरिक (28) एनी देवानी की हत्या करने के लिए उसके पति शेरिन देवानी ने दो लोगों को भाड़े पर लिया था। मजीवामदोदा क्वाबे उन्हीं में से एक है। एनी की हत्या केप टाउन के निकट की गई थी।
क्वाबे को अपहरण, डकैती, हत्या और अवैध तरीके से हथियार रखने के मामले में दोषी करार दिया गया। वेस्टर्न केप हाई कोर्ट ने उसे सभी मामलों में सजा सुनायी है। डकैती के लिए 15 वर्षों, अपहरण और अवैध तरीके से हथियार रखने के लिए पांच-पांच वर्ष और हत्या के लिए 25 वर्ष कैद की सजा सुनायी। ब्रिटेन की अदालत ने मार्च में शेरीन के तत्काल दक्षिण अफ्रीका प्रत्यर्पण पर रोक लगाते हुए कहा था कि यह ‘अनुचित और अन्यायपूर्ण’ होगा।
न्यायाधीशों ने अपने फैसले में दिसंबर 2010 में उसकी गिरफ्तारी के बाद शेरिन की मानसिक स्थिति का हवाला दिया। लेकिन यह कहते हुए कि शेरिन कुछ समय में ठीक हो जाएगा और फिर उसे दक्षिण अफ्रीका भेजा जा सकेगा, अदालत ने उसके प्रत्यर्पण की राह खुली रखी है। शेरिन ने बार-बार इन आरोपों से इंकार किया है। न्यायाधीश जॉन हलोफ ने कहा कि डकैती, अपहरण और हथियार रखने के मामले में हत्या के साथ ही सजा सुनायी जा सकती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 8, 2012, 19:13