नए सीमा समझौते पर वार्ता करेंगे भारत और चीन

नए सीमा समझौते पर वार्ता करेंगे भारत और चीन

बीजिंग : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगले महीने की बीजिंग यात्रा से पहले और चीन द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बार-बार हो रहे घुसपैठ की पृष्ठभूमि में सीमा मामलों का एक महत्वपूर्ण भारतीय-चीनी समूह कल चौथी बैठक करेगा।

चीन-भारत सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय के लिए कार्य तंत्र की दो दिवसीय बैठक में प्रस्तावित सीमा सुरक्षा सहयोग समझौता (बीडीसीए) पर बातचीत होने की संभावना है। सीमा सुरक्षा सहयोग समझौते का लक्ष्य वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दोनों पक्षों की ओर से होने वाली गश्त के कारण उत्पन्न तनावों से विस्तृत रूप से निपटना है।

प्रधानमंत्री की अगले महीने की यात्रा के दौरान बीडीसीए समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। लद्दाख क्षेत्र की देपसांग घाटी में इस वर्ष चीनी पीएलए सैनिकों की उपस्थिति के कारण उत्पन्न हुए तनावों से निपटने में यह प्रणाली बहुत मददगार साबित हुई थी। इस प्रणाली के प्रमुख दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के कर्मचारी हैं। लद्दाख का तनाव पीएलए सैनिकों के वापस लौटने के बाद ही समाप्त हुआ।

बैठक से पहले चीन ने प्रणाली के योगदानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसने सहयोग और सीमा संबंधी विभागों में आपसी समझ बढ़ाने और संवेदनशील मुद्दों का समय पर समाधान करने और सीमा मामले को संतुलित करने में ‘सकारात्मक’ भूमिका निभाई है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने 26 सितंबर को कहा था कि यह प्रणाली सीमा विवाद के पुराने मामले को सुलझाने में काफी मददगार हो सकती है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने कहा था, ‘सीमावर्ती इलाकों में दीर्घावधिक शांति और स्थिरता बनाए रखने और साथ ही सीमा मुद्दे पर शांतिपूर्ण अंतिम फैसले तथा द्विपक्षीय संबंधों के सतत विकास के लिए चीन भारत के साथ मिलकर इस प्रक्रिया के पूर्ण उपयोग के लिए तैयार है।’

भारत द्वारा करीब चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा पर ढांचागत सुविधाओं का विकास करने, सड़कें बनाने और निगरानी टावर लगाने के कारण दोनों देशों के बीच तनाव हुआ था।

भारत और चीन ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधियों की 16 चरणों की वार्ता की है। बीडीसीए के संबंध में होंग ने कहा कि प्रणाली के संबंध में होने वाली बैठक में दोनों पक्ष सीमा मुद्दे पर गंभीर चर्चा करेंगे।

प्रधानमंत्री की यात्रा को सफल बनाने के लिए उससे पहले सीमा प्रणाली कर्मचारियों के अलावा दोनों देशों के विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी लगातार वार्ता कर रहे हैं। (एजेंसी)

First Published: Saturday, September 28, 2013, 19:44

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