नवाज से कल मिलेंगे मनमोहन, वार्ता के केंद्र में होगा आतंकवाद | Manmohan singh

नवाज से कल मिलेंगे मनमोहन, वार्ता के केंद्र में होगा आतंकवाद

नवाज से कल मिलेंगे मनमोहन, वार्ता के केंद्र में होगा आतंकवादन्यूयार्क : पाकिस्तान से उभरने वाले आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका से समर्थन हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रविवार को यहां नवाज शरीफ से मुलाकात करेंगे और संभावना है कि वह शरीफ से कहेंगे कि वह अपनी जमीन पर सक्रिय और भारत में हिंसा फैलाने वाले आतंकी तत्वों पर अंकुश लगाएं।

जम्मू के निकट गुरुवार को हुए आतंकी हमले की स्याह पृष्ठभूमि में होने जा रही इस उच्च स्तरीय बैठक को लेकर लगाई जा रही उम्मीदें कम हो चली हैं क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ अपनी बातचीत के बाद मीडिया ब्रीफिंग में इस बैठक को भारतीय उपमहाद्वीप में सक्रिय आतंकवाद के मुद्दे से जोड़ा था।

प्रधानमंत्री सिंह यह स्पष्ट कर चुके हैं कि द्विपक्षीय वार्तालाप में प्रगति इस बात पर निर्भर करेगी कि पाकिस्तान अपनी धरती पर सक्रिय आतंकी समूहों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है। सिंह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए कल रात वाशिंगटन से यहां पहुंचे और वह शरीफ के इस साल जून में सत्ता संभालने के बाद उनसे पहली आमने-सामने की मुलाकात करने जा रहे हैं।

उम्मीद है कि मुलाकात के दौरान दोनो नेता संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में मौजूद मुश्किलात को समाप्त करने के तरीकों और द्विपक्षीय संबंधों पर बात करेंगे। शरीफ भारत के साथ संबंधों को सुधारने के प्रति वचनबद्ध हैं और वह एक नयी शुरुआत के लिए सिंह के साथ मुलाकात को लेकर आशान्वित हैं। वह भारत के साथ ठोस और सार्थक बातचीत फिर शुरू करना चाहते हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता प्रक्रिया इस साल जनवरी में पटरी से उतर गई थी, जब नियंत्रण रेखा पर एक भारतीय सैनिक का सिर कलम कर दिया गया था। संबंधों में खटास पिछले महीने और बढ़ गई, जब पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा के इर्द गिर्द पांच और भारतीय सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया।

जम्मू के नजदीक हुए आतंकी हमले से, जिसमें 10 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर सुरक्षाकर्मी थे, न्यूयार्क में दोनो देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच होने वाली बातचीत खतरे में पड़ती दिखाई दे रही थी और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री से शरीफ के साथ अपनी बैठक रद्द करने की मांग की थी।

लेकिन सिंह ने इस बैठक के निर्धारित कार्यक्रम पर आगे बढ़ने का फैसला किया। उनका कहना था कि इस तरह के हमले वार्ता प्रक्रिया को पटरी से उतारने में सफल नहीं होंगे।

पाकिस्तान न्यूयार्क की बैठक पर जोर देता रहा है और मनमोहन सिंह को कई बार पाकिस्तान आने का न्यौता दे चुका है, जो सिंह की मातृभूमि भी है। हालांकि भारत इस बात पर अड़ा है कि पाकिस्तान अपनी धरती से निकलने वाले आतंकवाद पर लगाम लगाए और 2008 में मुंबई पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून की जद में लाए।

सिंह ने कल जोर देकर कहा कि पाकिस्तान ‘आतंक का केन्द्रबिंदु’ बना हुआ है और शरीफ के साथ उनकी मुलाकात से उम्मीदें कम हो गई हैं। (एजेंसी)

First Published: Saturday, September 28, 2013, 19:40

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