Last Updated: Friday, February 15, 2013, 10:48

वाशिंगटन: मालदीव के घटनाक्रम पर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने कहा है कि देश के पूर्व राष्ट्रपति नशीद के खिलाफ अदालत में लंबित मामलों में कानून के तहत उचित प्रक्रिया लागू की जानी चाहिए और सभी पक्षों को हिंसा के उपयोग को खारिज करना चाहिए।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने कहा कि अमेरिका माले में जारी घटनाक्रम पर चिंतित है। हम सभी पक्षों से शांत रहने, हिंसा के उपयोग खारिज करने और तनाव बढ़ाने वाली बयानबाजी से बचने का आग्रह करते हैं। पूर्व राष्ट्रपति नशीद को उनके खिलाफ अदालत में लंबित मामलों में कानून के तहत उचित प्रक्रिया दी जानी चाहिए।’ नुलैंड ने एक बयान में आग्रह किया है कि सात सितंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी और समावेशवादी होने चाहिए।
उन्होंने कहा ‘मालदीव की निर्वाचन प्रक्रिया की सत्यनिष्ठा और उसमें जनता का विश्वास अवश्य ही बनाए रखना चाहिए।’ नुलैंड ने कहा ‘इन चुनावों में भाग ले रहे सभी दलों को अपनी पसंद के प्रत्याशी को टिकट देने में सक्षम होना चाहिए। हम सभी पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वह आगे का रास्ता बनाएं जो मालदीव के लोकतांत्रिक संस्थानों, कानून के शासन, मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का सम्मान करे।’ उन्होंने कहा कि नशीद ने माले में भारतीय उच्चायोग में शरण मांगी है और तब से अमेरिकी दूतावास वरिष्ठ अधिकारियों और राजनीतिक दलों के नेताओं से संपर्क बनाए हुए है। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 15, 2013, 10:48