नाकाम देशों में पाक का 13वां स्थान

नाकाम देशों में पाक का 13वां स्थान

वॉशिंगटन: असफल देशों की नवीनतम रैंकिंग में लंबे समय तक सैन्य शासित रहे पाकिस्तान को 13 वां स्थान दिया गया है। यह रैंकिंग प्रतिष्ठित फॉरेन पॉलिसी पत्रिका ने दी है जिसमें शीर्ष पर अफ्रीकी देश सोमालिया -114.9 प्वॉइंट्स, कांगो -111.2 प्वॉइंट्स, सूडान -109.4 प्वॉइंट्स, चाड -107.6 प्वॉइंट्स और जिम्बॉब्वे -106.3 प्वॉइंट्स हैं।

अफगानिस्तान 106 प्वॉइंट्स ले कर छठे स्थान पर है। उसके बाद हैती, यमन, इराक और सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक को रखा गया है। पत्रिका के अनुसार, पाकिस्तान 101.6 प्वॉइंट्स के साथ 13 वें स्थान पर है। पाकिस्तान की पिछले दो साल की रैंकिंग में मामूली सुधार हुआ है।

वर्ष 2011 में असफल देशों की सूची में पाकिस्तान का 12 वां स्थान था जबकि वर्ष 2010 और 2009 में वह दसवें स्थान पर था।

स्ट्रैटफोर स्थित मुख्य भू-राजनीतिक विश्लेषक रॉबर्ट डी कपलान ने फॉरेन पॉलिसी के लिए पाकिस्तान के बारे में लिखा है ‘पाकिस्तान में लंबे समय तक सेना का शासन रहा और दशकों से सेना का रवैया भारत के साथ टकराव वाला रहा है। इस देश के लोग जो लाभ ले सकते हैं, लेते हैं और करों का भुगतान लगभग नहीं करते।’

कपलान ने लिखा है कि देश में एक ओर जहां सेना का वर्चस्व रहा वहीं दूसरी ओर कई भागों में रोज औसतन 20 घंटे बिजली नहीं होती तथा शिक्षा लगभग नहीं के बराबर है। पाकिस्तान के असफल देशों की सूची में होने के कारण बताते हुए कपलान ने कहा कि यह देश भारत और मध्य एशिया के बीच एक तरह से फंसा हुआ है। यह ब्रिटिश शासन के दौरान अविभाजित उप महाद्वीप में अस्तित्व में आया।

उन्होंने कहा है ‘पाकिस्तान भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करता है लेकिन भारत और बांग्लादेश में रह रहे मुसलमानों की संख्या पाकिस्तान की तुलना में कहीं ज्यादा है। देश में इस्लामी चरमपंथियों का प्रभाव बढ़ रहा है।’ (एजेंसी)

First Published: Tuesday, June 19, 2012, 13:07

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