Last Updated: Monday, November 28, 2011, 08:02
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने 24 पाक सैनिकों के मारे जाने की घटना पर नाटो प्रमुख के जताए गए अफसोस को नकार दिया है और चेतावनी दी है कि इस कार्रवाई के गंभीर परिणाम हो सकते हैं । सीमा पार से हुए हवाई हमले में पिछले दिनों 24 पाक सैनिक मारे गए थे ।
सेना प्रवक्ता मेजर जनरल अतहर अब्बास ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या पर नाटो द्वारा जताया गया अफसोस पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा, ‘ नाटो के हमले के गंभीर परिणाम हो सकते हैं ।’
नाटो के महासचिव आंद्रेस फोग रासमुसेन ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी को लिखित में अफसोस जाहिर किया है और इस घटना को त्रासदीपूर्ण गैर इदादतन घटना करार दिया है ।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘ मैंने लिखा है ,यह स्पष्ट करने के लिए कि पाकिस्तानी सैनिकों की मौत, अफगानिस्तानी और अंतरराष्ट्रीय सैनिकों की मौत की तरह ही अस्वीकार्य है ।’
अफगानिस्तान की सीमा के साथ लगते कबीलाई इलाके मोहमंद में नाटो के हवाई हमले में पाकिस्तान ने दो अधिकारियों समेत दो दर्जन सैनिकों की हत्या पर आक्रोशित प्रतिक्रिया जाहिर की है ।
पाक ने नाटो के सभी आपूर्ति मार्गो को बंद कर दिया है और अमेरिका से शम्सी हवाई अड्डे को खाी करने को कहा है जिसका इस्तेमाल सीआईए द्वारा संचालित ड्रोन द्वारा किया जाता है ।
अब्बास ने कहा, ‘पिछले तीन सालों में नाटो के हमलों में 72 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं और लगभग 250 सैनिक घायल हुए। पाकिस्तान सरकार निर्णय लेगी कि नाटो के हमलों के जवाब में और ज्यादा कदम उठाए जाएंगे।’’ पाकिस्तान के अनुसार नाटो के लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों से किए गए हमलों में 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए जबकि 13 अन्य घायल हुए।
नाटो के सूत्रों ने बताया कि यह हवाई हमला पाकिस्तान की जमीन से उसके विशेष अभियान पर हमला किए जाने के बाद किया गया।
अब्बास ने नाटो के इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि नाटो को यह स्पष्ट करना होगा कि पाकिस्तान जमीन से उस पर किए गए हमलों में क्या उसके किसी जवान की मौत हुई? अब्बास ने कहा, ‘‘नाटो द्वारा इस तरह की बात कहकर अपने अकारण हमलों के लिए तर्क देना हास्यास्पद है।’
नाटो के महासचिव द्वारा इन हमलों को एक दुर्घटना बताने की बात पर अब्बास ने कहा कि जांच के खत्म होने के बाद ही यह प्रमाणित होगा।
अब्बास ने कहा, ‘नाटो के प्रतिनिधियों को हमला शुरू होते ही बता दिया गया था ताकि जल्द से जल्द यह रोक दिया जाए। लेकिन हमले जारी रहे।’’
अमेरिका पाकिस्तान के साथ गठजोड़ बनाए रखने के लिए इस घटना की पूरी जांच का समर्थन कर रहा है। मई में ओसामा बिन लादेन की हत्या के बाद से बिगड़े अमेरिका पाकिस्तान संबंध नाटो के हवाई हमलों के कारण और ज्यादा खराब हो गए हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 29, 2011, 08:45