Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 10:50
इस्लामाबाद : नाटो के लिए आपूर्ति के रास्ते को फिर से खोलने की बाबत पाकिस्तान जल्द ही कोई फैसला कर सकता है। पिछले नवंबर में सीमा पार से हुए हवाई हमले के बाद इस रास्ते को बंद कर दिया गया था। हालांकि, पाकिस्तान अगर आपूर्ति के रास्ते को फिर से खोलने का फैसला करता है तो ऐसा कुछ कड़ी शर्तों के साथ होने की उम्मीद है। कंटेनर ट्रकों और तेल टैंकरों की आवाजाही पर भारी फीस की वसूली शर्त का हिस्सा हो सकता है।
अफगानिस्तान में विदेशी सेना को रसद की आपूर्ति के मकसद से अमेरिका और इसके सहयोगी देशों के लिए पाकिस्तानी रास्तों को फिर से खोले जाने का मुद्दा सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं और आला सैन्य अधिकारियों की बैठक में छाया रहा। इस बैठक में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी भी शामिल थे और इसकी अध्यक्षता राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने की।
‘दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सैन्य एवं असैन्य नेतृत्व ने चार महीने से बंद पड़े आपूर्ति के रास्ते को इस महीने के अंत में फिर से खोले जाने पर अपनी सहमति दी लेकिन इसके लिए पाकिस्तान कड़ी शर्तें थोप सकता है। नाम नहीं बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने अखबार को बताया, ‘बैठक में शामिल लोगों के बीच इस बात पर आम सहमति थी कि हमें अब नाटो के लिए आपूर्ति के रास्ते को खोलना है।’
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 15, 2012, 16:20