नार्वे जनसंहार : ‘ब्रेविक पागल नहीं, चरमपंथी है ’

नार्वे जनसंहार : ‘ब्रेविक पागल नहीं, चरमपंथी है ’

नार्वे जनसंहार : ‘ब्रेविक पागल नहीं, चरमपंथी है ’ ओस्लो : नार्वे में पिछले साल 77 लोगों की हत्या करने वाले युवक आदंर्स बहरिंग ब्रेविक के खिलाफ शुक्रवार को सुनवाई का आखिरी दिन रहा और इस मौके पर ब्रेविक के वकीलों ने उसकी मानसिक स्थिति का हवाला देकर बचाव की दलील पेश की।

ब्रेविक के वकीलों ने यह साबित करने की कोशिश की उनके मुविक्कल ने पागलपन में आकर इतने लोगों की हत्या नहीं की थी।

उसके मुख्य वकील गेयर लिपेस्ताद ने अपनी दलील में कल अभियोजकों के उस आह्वान का प्रतिवाद किया कि 33 साल के इस दक्षिणपंथी अतिवादी युवक को जेल की बजाय मनोचिकित्सा वार्ड में रखा जाना चाहिए।

अभियोजकों ने कहा कि ब्रेविक की मानसिक रूप से कमजोरी संदेह के अलावा स्पष्ट तौर पर साबित नहीं हुई। लिपेस्ताद ने इस बात पर जोर दिया कि उनका मुवक्किल राजनीतिक चरमपंथी है।

ब्रेविक ने खुद को दोषी मानने से इंकार किया है। उसके छूटने की अब कोई मौका नहीं है। (एजेंसी)

First Published: Friday, June 22, 2012, 18:46

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