Last Updated: Sunday, July 15, 2012, 22:58

काठमांडो : दक्षिणी नेपाल में आज खचाखच भरी एक बस के फिसलन भरी सड़क से गंडक नहर में गिर जाने के कारण कम से कम 39 तीर्थयात्रियों की मौत हो गयी जिनमें कम से कम 34 भारतीय नागरिक हैं।
नवालपारासी जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बस में 100 से 120 के बीच हिन्दू तीर्थयात्री सवार थे जिनमें अधिकतर उत्तर प्रदेश के थे। बस काठमांडो से करीब 150 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में नवालपारसी जिले के एक मंदिर जा रही थी ।
दोपहर तक 39 शव निकाले जा चुके थे। बस पर सवार 27 लोग अब भी लापता हैं। गंडक नहर काठमांडो से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है । बस खचाखच भरी थी और कुछ यात्री बस की छत पर सवार थे । अधिकारियों ने बताया कि जिन 39 शवों को बरामद किया गया है उनमें से अब तक 37 की पहचान की जा चुकी है। उनमें से तीन नेपाली नागरिक थे। शेष भारतीय थे। पीड़ितों में 28 पुरुष, 10 महिलाएं और एक पांच साल की लड़की थी।
काठमांडो में भारतीय दूतावास का एक दल डाक्टरों के साथ तथा बीरगंज में भारतीय वाणिज्य दूतावास का एक अधिकारी भारत नेपाल सीमा के पास दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है ।
काठमांडो स्थित भारतीय दूतावास ने बस दुर्घटना में शामिल भारतीय नागरिकों के बारे में सूचना प्रदान करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि अधिकतर यात्री त्रिवेणीघाट में बोलबम त्योहार में शामिल होने जा रहे थे। मृतकों की संख्या बढ सकती है । मृतकों की पहचान नहीं हो पायी है । दुर्घटना में 10 लोग घायल भी हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हिमालयन टाइम्स ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि बस पहले विपरीत दिशा से आ रहे एक ट्रक और ट्रैक्टर को गुजरने देने के लिए रास्ता देने के दौरान दलदल में फंस गई और फिर दलदली क्षेत्र से निकलने का प्रयास करने के दौरान अचानक नहर में जा गिरी।
पुलिस ने बताया कि बस खचाखच भरी थी, जो दुर्घटना का कारण हो सकती है। कुछ यात्री वाहन की छत पर यात्रा कर रहे थे। पुलिस और नेपाली सेना स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य में लगी हुई है। दुर्घटना में शामिल भारतीयों के बारे में भारतीय दूतावास के नियंत्रण कक्ष नंबर 97714412135 से सूचना हासिल की जा सकती है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 15, 2012, 22:58