नेपाल: संवैधानिक संकट खत्म करने के लिए वार्ता शुरू

नेपाल: संवैधानिक संकट खत्म करने के लिए वार्ता शुरू

काठमांडो : राजनीतिक झगड़ों के बीच नेपाल की सभी बड़ी राजनीतिक पार्टिंयों ने देश में चल रही संवैधानिक संकट को समाप्त करने के लिए नए सिरे से आज वार्ता शुरू की । देश में पिछले कई महीनों से संवैधानिक संकट बना हुआ है ।

प्रधानमंत्री बाबुराम भट्टाराई द्वारा एकतरफा निर्णय लेते हुए संविधान सभा को भंग करने और 22 नवंबर को चुनाव कराने की घोषणा करने के बाद पिछले दो महीने से देश में राजनीतिक गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। सत्तारूढ़ और विपक्षी दोनों गठबंधनों ने इसे समाप्त करने के लिए नए सिरे से बातचीत शुरू की है ।

दोनों विपक्षी पार्टियां -नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल बाबुराम भट्टाराई सरकार को घेरने के लिए दो-तरफा रणनीति बना रही हैं। उनकी रणनीति में प्रदर्शन और बातचीत दोनों शामिल है। नेपाली कांग्रेस के उपाध्यक्ष रामचन्द्र पौदयाल ने कहा, हम बातचीत भी कर रहे हैं और उसी वक्त प्रधानमंत्री बाबुराम भट्टाराई पर इस्तीफे का दबाव बनाने के लिए सड़कों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं।

पौडयाल ने भी इस संकट को समाप्त करने के लिए बुलाई गई तीन पार्टियों की बैठक में शामिल हुए थे । बैठक के बाद उन्होंने बताया कि हम सभी राजनीति संकट को समाप्त करने के लिए नयी प्रक्रिया आरंभ करने को लेकर तैयार हैं । इसमें सर्वसम्मति से सरकार बनाने और संविधान की समस्या को सुलझाना शामिल है ।

बैठक में माओवादी प्रमुख प्रचंड, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष सुशील कोइराला, उपाध्यक्ष पौडयाल और सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष झलानाथ खनल मौजूद थे । पाडयाल ने एक बार फिर कहा कि किसी भी नयी प्रक्रिया के शुरूआत से पहले प्रधानमंत्री भट्टाराई को इस्तीफा दे देना चाहिए । (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 25, 2012, 23:50

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