Last Updated: Thursday, January 10, 2013, 16:38
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने उम्मीद जताई है कि नियंत्रण रेखा के पास संघषर्विराम उल्लंघन से भारत के साथ शांति प्रक्रिया को धक्का नहीं लगेगा और वह पटरी से नहीं उतरेगी ।
पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने विदेश मंत्रालय में आज दोपहर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आपने पूछा कि क्या यह शांति प्रक्रिया को धक्का पहुंचाएगा या फिर उसे पटरी से उतार देगा । मैं उम्मीद करती हूं कि ऐसा नहीं होगा और मुझे प्रक्रिया को पटरी से उतरते या धक्का पहुंचते नहीं देखना होगा । नियंत्रण रेखा पर हुए संघषर्विराम उल्लंघनों में एक पाकिस्तानी और दो भारतीय सैनिकों के मारे जाने के संबंध में पूछे गए तमाम सवालों के जवाब में खार ने कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि दोनों देश परिस्थितियों को ठीक करने की प्रतिबद्धता दिखाएंगे जैसा कि हम दिखा रहे हैं ।
खार ने इन संघर्ष विराम उल्लंघनों की जांच भारत और पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र सैन्य निगरानी समूहों से कराने की पाकिस्तान की मांग दोहराई है । हालांकि भारत ने इस पेशकश को सिरे से खारिज कर दिया है ।
खार ने कहा कि हमने भारत और पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र सैन्य निगरानी समूहों से जांच कराने को कहा है और हमने भारतीय पक्ष को सूचित कर दिया है कि यह विकल्प मौजूद है क्योंकि हमारे पास छुपाने को कुछ भी नहीं है । हम चाहेंगे कि कोई तीसरा पक्ष मामले की जांच करें और सबकुछ सामने रखे । (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 10, 2013, 16:38