Last Updated: Tuesday, December 11, 2012, 14:15

बीजिंग : समुद्री विवाद और पासपोर्ट तथा नक्शा संबंधी विवादों सहित विभिन्न मुद्दों पर चीन के कड़े रुख से बढ़ती चिंताओं के बीच चीन ने कहा है कि वह अपने पड़ोसियों के साथ घनिष्ठ संबंध चाहता है ।
चीन के विदेश मंत्री यांग जिएची ने पिछले महीने नेतृत्व परिवर्तन के बाद अपनी पहली ब्रीफिंग में कल यहां विदेशी राजनयिकों से कहा, ‘‘हमने अन्य देशों के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाया है और अपने पड़ोसियों के साथ मित्रता तथा सहयोग को गहरा किया है ।’’ यांग ने कहा, ‘‘हमने एक बड़ा देश होने के नाते प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों से निपटने के लिए जिम्मेदार तथा रचनात्मक भूमिका निभाई है, विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सक्रियता से काम किया है और दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप से दूर रहे हैं ।’’
चीन सरकार द्वारा जारी किए जा रहे नए ई पासपोटरें पर विवादास्पद नक्शों के प्रकाशन से भारत सहित कई पड़ोसी देश बीजिंग से नाराज हैं और उन्होंने जवाबी कदम उठाए हैं । बीजिंग ने अपने नक्शे में दक्षिण चीन सागर की संप्रभुता पर दावा किया है, वहीं वियतनाम, फिलीपीन, ब्रुनेई, मलेशिया और ताइवान भी इस पर अपना दावा करते हैं ।
पूर्वी चीन सागर में द्वीपों को लेकर चीन का जापान से भी विवाद चल रहा है । पिछले महीने नेतृत्व परिवर्तन के बाद चीन अपनी कूटनीति को तेज करना चाहता है। नेतृत्व परिवर्तन के तहत चीन के उपराष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेता के रूप में हू जिन्ताओ की जगह ली थी । यांग ने कम्युनिस्ट पार्टी के 18वें राष्ट्रीय सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि चीन विश्व शांति और विकास की दिशा में अन्य देशों के साथ मिलकर काम करेगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 11, 2012, 14:15