Last Updated: Thursday, December 29, 2011, 16:30
इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह 10 साल के पट्टे पर रूस से परमाणु संचालित पनडुब्बी को खरीदने के भारत के फैसले के बाद अपने परमाणु प्रतिरोध की क्षमता को बनाये रखने के लिए कदम उठाएगा।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान कहा, हम इन घटनाक्रम पर बहुत करीब से नजर रख रहे हैं। हमारे प्रतिरोध की क्षमता को बनाये रखने के मामले में कोई समझौता नहीं होगा।
बासित रूस से पट्टे पर अकुला-2 श्रेणी की पनडुब्बी खरीदने के भारत के फैसले पर और एक और स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी के निर्माण पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पूछे जाने पर जवाब दे रहे थे। बासित ने यह भी कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि भारत के साथ उसकी वार्ता प्रक्रिया निरंतर चले और परिणामोन्मुख रहे जिससे कि जम्मू कश्मीर समेत सभी मुद्दों का समाधान निकल सके। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे को जम्मू कश्मीर की जनता की आकांक्षाओं और संयुक्त राष्ट्र के समझौतों की तर्ज पर सुलझाया जाना चाहिए।
बासित ने भूटान की राजधानी थिंपू में दक्षेस के शिखर सम्मेलन से इतर दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, थिंपू की भावना को जीवंत रखना जरूरी है। दोनों प्रधानमंत्रियों ने तब फैसला किया था कि 2008 में मुंबई में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हमलों के बाद रिश्तों में आई खटास को सामान्य करने के लिए कदम उठाये जाएंगे।
बासित ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों ने परमाणु पर संयुक्त कार्य समूह की बैठक के दौरान और इस हफ्ते की शुरूआत में परंपरागत विश्वास बहाली के कदमों के तौर पर बैठक में कई प्रस्तावों पर विचार विमर्श किया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 29, 2011, 22:31