Last Updated: Tuesday, June 19, 2012, 00:57
मॉस्को : ईरान और विश्व शक्तियों के बीच तेहरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर मॉस्को में आज नए दौर की बातचीत शुरू हुई। इसे कूटनीतिक ढंग से संकट के राजनयिक समाधान के अंतिम अवसर के रूप में देखा जा रहा है।
पश्चिमी राजनयिकों का जोर इस बात पर है कि ईरान परमाणु संवर्धन गतिविधियों की गति कम करने की इच्छा प्रकट करे।
ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार सईद जलीली तेहरान के दुश्मन माने जाने वाले अमेरिका सहित छह विश्व शक्तियों के प्रतिनिधियों के साथ दो दिन की बातचीत के लिए बैठे । इससे पता चलेगा कि गतिरोध के समाधान की कोई उम्मीद है या नहीं। प्रोटोकाल संबंधी मुस्कान और विनम्र व्यवहार के साथ जलीली और ईरान की वार्ता टीम छह विश्व शक्तियों के राजनयिकों और यूरोपीय संघ विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन के सामने मेज के एक ओर बैठे।
वार्ता की विफलता का परिणाम काफी खतरनाक हो सकता है क्योंकि अमेरिका और इसका सहयोगी इस्राइल ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ हवाई हमलों की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं । प्रतिबंधों का सामना कर रहे ईरान की अर्थव्यवस्था भी चरमरा सकती है। ईरान ने वार्ता से पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यूरेनियम संवर्धन छोड़ने का उसका कोई इरादा नहीं है। यूरेनियम सवंर्धन ऐसी प्रक्रिया है जिसका इस्तेमाल परमाणु ईंधन और यहां तक कि परमाणु बम बनाने में भी किया जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 19, 2012, 00:57