पहचान छिपाने के लिए संपत्ति कर नहीं देता था ओसामा

पहचान छिपाने के लिए संपत्ति कर नहीं देता था ओसामा

पहचान छिपाने के लिए संपत्ति कर नहीं देता था ओसामा इस्लामाबाद : अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय तक छकाते रहे ओसामा बिन लादेन ने पाकिस्तान में अपनी पहचान छिपाने के लिए कई जतन किए। इसी क्रम में वह ऐबटाबाद परिसर का संपित्त कर जमा नहीं कराता था। ऐबटाबाद आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि ओसामा ऐबटाबाद के जिस परिसर में रहता था, उसे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खरीदा गया था। वह इसका संपत्ति कर भी जमा नही करता था। इस परिसर के निर्माण में स्थानीय भवन नियमों का भी उल्लंघन किया था।

इस संपत्ति को खरीदने में फर्जी राष्ट्रीय पहचान पत्र का इस्तेमाल किया गया था और इसकी तीसरी मंजिल का निर्माण गैरकानूनी ढंग से कराया गया था। आयोग की रिपोर्ट में कहा गया, या तो ओसामा बहुत सौभाग्यशाली था कि उसके पास प्रशासन का कोई व्यक्ति नहीं गया अथवा स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से नाकाम था। ओसामा जानता था कि उसे अमेरिका के जासूसी उपग्रहों से बचना है। इसी के मद्देनजर वह बाहर नहीं निकलता था।

अमेरिकी सुरक्षा बलों के अभियान में घायल हुई ओसामा की एक पत्नी ने आयोग को बताया कि दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी ने खुद को बचाने के लिए क्या क्या तरकीबें अपना रखीं थीं।

ऐबटाबाद आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है, उसने बताया कि लंबे कद वाले अरबी (ओसामा) और उसके परिवार को स्वात की एक बाजार में रोका गया था। तेज रफ्तार कार में बैठे इन लोगों को एक पुलिसकर्मी ने रोका था। परंतु उसके भरोसेमंद इब्राहीम ने तत्काल मामले में दखल दिया और कार में बैठे ओसामा पर पुलिसकर्मी की नजर नहीं पड़ी।

आतंक की दुनिया में बादशाहत कायम रखने के दौरान ओसामा बहुत शौकीन इंसान था, लेकिन ऐबटाबाद के परिसर में वह सादगी भरे अंदाज में रहता था। उसके पास सिर्फ छह जोड़ी सलवार कमीज था। रिपोर्ट के अनुसार ओसामा के भरोसेमंद नौकर की नौ साल की बेटी रहमा ने एक बार अपने पिता से पूछा कि ऐबटाबाद के परिसर के उपरी मंजिल पर रहने वाले चाचा कभी बाजार क्यों नहीं जाते? उसके पिता ने जवाब दिया, वह (ओसामा) इतने गरीब हैं कि बाजार जाकर कुछ खरीद नहीं सकते। इसके बाद से ही यह बच्ची ओसामा को ‘मिस्कीन काका’ (गरीब काका) कहने लगी। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 10, 2013, 20:25

comments powered by Disqus