Last Updated: Tuesday, September 25, 2012, 16:58
इस्लामाबाद : मुंबई हमलों में संलिप्तता के आरोपी लश्कर ए तय्यबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी तथा छह अन्य पाकिस्तानी संदिग्धों के खिलाफ मामले की सुनवाई मंगलवार को 29 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी गयी। न्यायाधीश के सुनवाई के लिए उपलब्ध नहीं होने के कारण यह कदम उठाया गया।
रावलपिंडी में अदालत के अधिकारियों ने बताया कि सुनवाई शनिवार तक स्थगित कर दी गयी है । तत्काल यह पता नहीं चल सका कि न्यायाधीश अस्वस्थ थे या छुट्टी पर । मंगल की सुनवाई में अभियोजन पक्ष के पांच गवाहों की गवाही होनी थी।
15 सितंबर को पिछली सुनवाई पर भी संघीय जांच एजेंसी के तीन अधिकारी अदियाला जेल में सुनवाई के लिए आए थे लेकिन गवाही नहीं दे सके । रावलपिंडी स्थित आतंकवाद रोधी अदालत के जज चौधरी हबीबुर्र रहमान ने लखवी के वकील ख्वाजा हैरिस अहमद की ओर से दाखिल एक याचिका भी स्वीकार की जिसमें कहा गया है कि अभियोजन पक्ष के सभी गवाहों को एक ही विषय पर गवाही देने के लिए एक ही सुनवाई में समन किया जाना चाहिए।
सुरक्षा कारणों से मामले की सुनवाई अदियाला जेल में बंद दरवाजों के पीछे हुई ।
पाकिस्तानी प्रशासन ने हाल ही में जेल की सुरक्षा बढ़ा दी थी। ऐसी खबरें मिली थीं कि तालिबान वहां बंद अपने आतंकवादियों केा छुड़वाने के लिए हमला कर सकता है ।
गृह मंत्री रहमान मलिक ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान की योजना हमले के मुख्य गवाहों से जिरह करने के लिए एक दूसरा न्यायिक आयोग भारत भेजने की है ताकि सात पाकिस्तानी संदिग्धों के अभियोजन को गति दी जा सके । घटना की जांच करने के लिए मार्च में मुंबई भेजे गए पहले न्यायिक आयोग की रिपोर्ट को आतंकवाद विरोधी अदालत द्वारा नकार दिया गया था क्योंकि आयोग के सदस्यों को भारतीय गवाहों से जिरह की अनुमति नहीं दी गयी थी।
मलिक ने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार से उसके दूसरे आयोग को मुंबई की यात्रा की अनुमति दिए जाने की अपील की है और उन्हें जवाब का इंतजार है ।
First Published: Tuesday, September 25, 2012, 16:58