Last Updated: Wednesday, January 4, 2012, 10:20
इस्लामाबाद : पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ इस माह के अंत में पाकिस्तान वापसी की अपनी योजना के बीच सउदी शाह अब्दुल्ला से मुलाकात कर इस बात की ‘पूरी तरह से गांरटी’ चाह सकते हैं कि उनके लौटने के बाद नागरिक और सैन्य अधिकारी उन्हें गिरफ्तार नहीं करेंगे।
फिलहाल 68 वर्षीय मुशर्रफ स्वनिर्वासन के तहत ब्रिटेन और दुबई में रह रहे हैं और उनका 31 जनवरी को वापसी का इरादा है। न्यूज डेली ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और सैन्य प्रमुख अशफाक परवेज कयानी से इस बात की ‘फुलप्रूफ गारंटी’ चाहने के लिए मुशर्रफ के 22 जनवरी को सउदी शाह से मुलाकात करने की संभावना है कि लौटने पर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा या उनके खिलाफ आरोपों को लेकर किसी प्रकार का आपराधिक मुकदमा नहीं चलाया जाएगा।
इस मदु्दे पर चर्चा के लिए मुशर्रफ ने अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया है। रिपोर्ट के मुताबिक मुशर्रफ के निकटतम सहयोगी अमेरिकी-पाकिस्तानी उद्योगपति रजा बुखारी के अमेरिकी राजदूत कैमरॉन मुंटर से इस्लमाबाद में मुलाकात करने की संभावना है। बुखारी अमेरिकी राजदूत से यह सुनिश्चित करने के लिए मिलेंगे कि पूर्व सैन्य शासक को गिरफ्तार नहीं किया जाए और उनपर मुकदमा नहीं चलाया जाए।
सउदी अरब का शाही परिवार ने पाकिस्तान की घरेलू राजनीति में कई बार मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। वर्ष 1999 में मुशर्रफ द्वारा अपदस्थ किए गए तात्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पाकिस्तान छोड़ने की इजाजत देने संबंधी समझौते में उसने अहम भूमिका निभाई थी। सउदी के शाही परिवार ने पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं के बीच के विवादों केा सुलझाने में भी मदद की है। गिरफ्तार नहीं करने और मुकदमा नहीं चलाए जाने के वादे के बाद ही मुशर्रफ के वापसी की तारीख की घोषणा किए जाने की संभावना है।
मुशर्रफ के प्रवक्ता चौधरी फवाद ने कहा कि उन्हें पूर्व राष्ट्रपति और शाह अब्दुल्ला के बीच की इस संभावित बैठक की जानकारी नहीं है लेकिन वह इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि पूर्व सैन्य प्रमुख 19 या 20 जनवरी को ‘उमरा’ के लिए सउदी अरब जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बुखारी और अमेरिकी राजदूत के साथ बैठक के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है लेकिन प्रवक्ता ने माना कि पाकिस्तान में खराब होती स्थिति को देखते हुए दुनिया के कुछ देश चिंतित हैं और चाहते हैं कि मुशर्रफ वापस आएं और राजनीतिज्ञ की भूमिका निभाएं। फवाद ने कहा कि मुशर्रफ की 31 जनवरी को वापसी की योजना है।
वर्ष 2008 में अपदस्थ होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति को अन्याय के नागरिक और आपराधिक मामलों में आरोपी बनाया गया था। उनके खिलाफ पूरे पाकिस्तान में मामले दर्ज हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 4, 2012, 16:30