`पाक के परमाणु हथियारों में बढ़ोतरी की संभावना`-Pak nuclear stockpile to grow: US analyst-ZEE NEWS HINDI

`पाक के परमाणु हथियारों में बढ़ोतरी की संभावना`

`पाक के परमाणु हथियारों में बढ़ोतरी की संभावना`वाशिंगटन : पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के जखीरे में आने वाले वर्षों में और बढ़ोतरी होने की संभावना है क्योंकि देश का परमाणु कार्यक्रम भारत के उलट सैन्य नेताओं द्वारा नियंत्रित है जो इसे एक राजनीतिक और सैन्य जरिया मानते हैं।
जानेमाने अमेरिकी विश्लेषक माइकल क्रेपन की दलील है कि पाकिस्तान के बड़े और लगातार बढ़ते परमाणु हथियारों की वृद्धि को कम करना मुश्किल है क्योंकि ये निर्णय कुछ व्यक्ति करते हैं और अधिकतर पाकिस्तानी इसे एक दुर्लभ सफलता मानते हैं।

स्टिम्सन इंस्टीट्यूट के क्रेपन ने ‘पाकिस्तांस न्यूक्लियर स्ट्रेटेजी एंड डिटरेंस स्टेबिलिटी’ पर एक रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के जखीरे में और वृद्धि होने से भारत के परमाणु हथियारों के जखीरे में भी वृद्धि होने की संभावना है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब तक देश के नागरिक अपने परमाणु कार्यक्रमों को एक सफलता के रूप में देखना जारी रखेंगे, घरेलू आलोचकों को आसानी से खारिज किया जाता रहेगा, भारत के साथ संबंध तनावपूर्ण बने रहेंगे और पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग होने की भावना बनी रहेगी तब तक पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के जखीरे में वृद्धि जारी रहने की संभावना है ।’’

क्रेपन ने कहा कि जब ऐसे नये नेता सत्ता संभालें जिनका परमाणु हथियारों के बारे में अपरंपरागत विचार हो, या घरेलू समर्थन के साथ भारत के साथ संबधों में सुधार हो या गंभीर आर्थिक अव्यवस्थता उत्पन्न हो या अप्रिय घटना होने का अंदेशा जो परमाणु सलाहकारों को पुनर्विचार को मजबूर करे तब कथित परमाणु जरुरतों की कुछ चुनिंदा संभावनाओं में कटौती हो सकती है

उन्होंने कहा कि भारत के परमाणु हथियारों का जखीरा गत एक दशक के दौरान पाकिस्तान की तरह ही करीब दोगुना हो गया है और आयुधों की वर्तमान संख्या अनुमानत: 80 से 100 है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रयास भारतीय नेताओं को संतोषजनक लगते हैं जो कि परमाणु हथियारों को युद्ध योजनाओं को पूर्ण करने वाले की बजाय राजनीतिक एवं संदेश प्रेषण साधन के रूप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों के प्रति भारतीय दृष्टिकोण सोचा समझा है और उसकी जड़ें काफी गहरी हैं। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, December 11, 2012, 14:47

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